पंजाब में 23 फरवरी से 1 मार्च, 2021 के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है पंजाब के लिए फसलों से जुड़ी सलाह।
पंजाब में जनवरी और फरवरी महीने में ठीक-ठाक बारिश होती है। लेकिन इस बार पंजाब में सर्दियों के मौसम में बारिश बहुत कम हुई है। 1 जनवरी से 22 फरवरी के बीच राज्य में औसतन जितनी बारिश होती है उससे 69% कम वर्षा हुई है।
पिछले कई दिनों से पंजाब का मौसम शुष्क बना हुआ है। शुष्क मौसम और हवाओं के कमजोर होने के चलते पंजाब के अधिकांश जिलों में दिन और रात के तापमान सामान्य से काफी अधिक बने हुए हैं। कुछ जगहों पर अधिकतम तापमान 5 से 6 डिग्री तक ऊपर है।
इस सप्ताह कुछ हिस्सों में विशेषकर उत्तरी जिलों में 26 फरवरी से हल्की वर्षा होने की संभावना है जो 28 फरवरी तक जारी रह सकती है। बारिश की गतिविधियां गुरदासपुर, जालंधर, पठानकोट, होशियारपुर, अमृतसर, तरण तारण, रूपनगर समेत उत्तरी हिस्सों में ही संभावित हैं। बाकी भागों में भी छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं। परंतु यह वर्षा की गतिविधियां तीव्र नहीं होंगी।
बादल छाने और हल्की वर्षा की इन गतिविधियों के कारण पंजाब में 26 फरवरी से दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। पंजाब का मौसम 5 फरवरी से लगभग शुष्क बना हुआ है। फरवरी के पहले सप्ताह में पंजाब के कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश देखने को मिली थी।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
वर्षा की संभावना को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि इस दौरान सिंचाई व छिड़काव न करें। मौसम में हो रहे बदलाव के कारण गेहूं की फसल में फ़्लैग स्मट का प्रकोप बढ़ने की संभावना है।निगरानी करते रहें और संक्रामण अधिक होने पर उपचार करें। रोगी पौधों को नष्ट कर दें।
गेहूं की फसल में जिन खेतों के अनाज को बीज के लिए रखना है उनमें मौसम साफ होने पर टिल्ट का 200 मिली प्रति 200 लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। ताकि करनाल-बंट मुक्त बीज रहें।
भिंडी और कद्दूवर्गीय सब्जियों की बुआई के लिए अभी समय उपयुक्त है। मौसम साफ होने पर फलों के पौधों में निर्धारित मात्रा में उर्वरक डालें और मिट्टी में ठीक से मिलाएँ। टमाटर, मिर्ची, बैंगन आदि की ट्रे या रेज्ड बेड में उगाई गई नर्सरी की रोपाई करने के लिए भी समय उपयुक्त है।
Image Credit: Down To Earth
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