आइए जानते हैं पंजाब में 4 से 10 अगस्त के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है पंजाब के लिए फसलों से जुड़ी सलाह।
पिछले कई दिनों से पंजाब में बारिश की गतिविधियां ना के बराबर हैं। इसी कारण पंजाब में 1 जून से 3 अगस्त के बीच बारिश घटकर सामान्य से 1% नीचे पहुँच गई है। हालांकि पिछले 24 घंटों के दौरान लुधियाना तथा उसके आसपास अच्छी बारिश हुई है लेकिन अधिकांश इलाके शुष्क ही बने रहे हैं।
इस सप्ताह अगले 3 दिनों के दौरान पंजाब के ज़्यादातर भागों में मौसम लगभग शुष्क ही रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तरी जिलों में तथा तराई वाले इलाकों में छिटपुट वर्षा की गतिविधियां जारी रह सकती हैं।
इस समय मॉनसून की रेखा अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में है। 8 अगस्त के आसपास मॉनसून ट्रफ उत्तर की तरफ बढ़ना शुरू करेगी तथा बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर पूर्वी आर्द्र हवाएँ पंजाब तक पहुँचेंगी जिससे मॉनसून सक्रिय होगा और ज़्यादातर भागों में वर्षा देखने को मिलेगी। उम्मीद है कि 8 से 10 अगस्त के बीच पंजाब में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी देखने को मिल सकती है।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
धान के खेतों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहें। चूंकि आने वाले दिनों में कुछ हिस्सों में वर्षा होने की संभावना है इसलिए बहुत अधिक पानी खेतों में ना लगाएँ। धान की फसल में यूरिया का प्रयोग लीफ कलर चार्ट के अनुसार ही करें।
धान की फसल में इस समय लीफ ब्लाइट की समस्या हो सकती है, इसकी रोकथाम के लिए मेड़ों पर खरपतवारों को न जमने दें। खरपतवारों के बढ़ने से कपास की फसल में भी मिली-बग्स का प्रकोप बढ़ सकता है। इसलिए कपास के आसपास भी खरपतवारों को न बढ़ने दें।
मक्के की फसल में अगर तना छेदक का प्रकोप दिखे तो 30 मिली कोराजेन 60 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें। बढ़ती आर्द्रता के कारण बैंगन की फसल में हरा तेला, सफ़ेद मक्खी, गोभ व फल छेदक कीड़े का प्रकोप बढ़ सकता है, इसके नियंत्रण के लिए 300-400 मि.ली. मैलाथियान 50 ई.सी. 200-250 लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें।
Image credit: Ground Reality
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।