आइए जानते हैं पंजाब में 11-17 अगस्त के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है पंजाब के लिए फसलों से जुड़ी सलाह।
पिछले कई दिनों से पंजाब में मौसम लगभग शुष्क बना हुआ था। 10 अगस्त को मौसम बदला और उत्तरी जिलों में काफी अच्छी बारिश देखने को मिली। 11 अगस्त को दक्षिणी जिलों में बारिश की गतिविधियां संभव हैं।
12 और 13 अगस्त को पंजाब के कई जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। 14 अगस्त को वर्षा की गतिविधियां एक बार फिर से कम हो जाएंगी परंतु कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा जारी रह सकती है।
15 से 17 अगस्त के बीच पंजाब के अधिकांश हिस्सों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है। इस दौरान तापमान में दोबारा वृद्धि शुरू हो जाएगी और गर्मी फिर से बढ़ जाएगी।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
अगस्त से अक्तूबर के बीच धान में तना छेदक व पत्ती लपेटक कीट का प्रकोप बढ़ जाता है, इसलिए फसलों की नियमित निगरानी करते रहें। तना छेदक कीट का लार्वा तने में छेद करके तने को खाता है, जिसके कारण डेड-हार्ट बन जाते हैं। इसी तरह पत्ती लपेटक कीट का लार्वा पत्तियों को लपेटकर पत्ती को खाता है और पत्तियों में सफ़ेद धागे जैसे बन जाते हैं। यदि इन कीटों का प्रकोप 5% से अधिक हो तो 20 मि.ली. फेम 480 एस.सी. या 170 ग्राम मोर्टर 75 एस.जी. 100 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
मौसम अनुकूल होने पर सब्जियों और माश दाल की बिजाई कर सकते है। घीया कद्दू के लिए पंजाब बरकत, पंजाब लॉन्ग व पंजाब कोमल व करेले के लिए पंजाब करेली व पंजाब-14 में से चुनाव कर 2 कि.ग्रा. बीज प्रति एकड़ प्रयोग करते हुए बिजाई करें।
माश दाल की बिजाई हेतु माश-114 व माश-338 किस्मों में से चुनाव करें व 6 से 8 कि.ग्रा. बीज प्रयोग करते हुए बिजाई करें। बिजाई से पहले बीजो को राइज़ोबियम कल्चर अवश्य करें।
मक्के की फसल में यदि फॉल आर्मी वर्म का प्रकोप दिखाई दे तो कोराजेन 18.5 एस.सी. 0.4 मि.ली. प्रति लीटर पानी या एमामेकटिन बेन्ज़ोएट को 0.4 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोलकर साफ़ मौसम में छिड़काव करें।
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