आइए जानते हैं पंजाब में 28 अप्रैल से 4 मई के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है पंजाब के लिए फसलों से जुड़ी सलाह।
पंजाब के उत्तरी तथा पश्चिमी जिलों में 28 अप्रैल को छिटपुट वर्षा होने की संभावना है। हालांकि दिन के तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है। 30 अप्रैल को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब में बारिश एक बार फिर संयोग बन सकता है।
30 अप्रैल को पश्चिमी जिलों में हल्की तथा उत्तरी जिलों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है। 1 और 2 मई को पंजाब का मौसम एक बार फिर शुष्क हो जाएगा तथा दिन के तापमान बढ़ने लगेंगे। 3 मई को छिटपुट तथा 4 मई को कई स्थानों पर बारिश हो सकती है। इस सप्ताह समूचे पंजाब में दिन के तापमान सामान्य से कम ही नीचे रहने के आसार हैं।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
वर्तमान मौसम को देखते हुए किसानों को सलाह है कि गेहूं की कटाई और मड़ाई का काम शीघ्र ही पूरा करें। साथ ही खेतों को आगामी फसलों के लिए तैयार करना शुरू कर दें।
फसलों की कटाई के बाद खेतों की गहरी जुताई कर कुछ दिनों के लिए खुला छोड़ दें जिससे न केवल मिट्टी में में वायु का संचार अच्छा होगा बल्कि सूर्य-किरणों की गर्मी से कीटों के अंडे और खर-पतवारों के बीज भी नष्ट हो जाएंगे।
कपास की फसल में अच्छे फुटाव के लिए खेत को भली-भांति तैयार करना आवश्यक है। पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करना उपयुक्त होगा, इसके बाद आवश्यकतानुसार 3-4 जुताइयाँ करके खेत तैयार करें।
गन्ने की फसल में फुटाव के शुरुआती दौर में तना भेदक का प्रकोप हो सकता है, इसकी रोकथाम के लिए ट्राईको-कार्ड का प्रयोग करें, प्रति एकड़ ट्राईको-ग्रैमा से पैरासाइट किए गए कोर्सेरा के 20000 अंडे वाले कार्ड का प्रयोग करें, 10 दिन बाद इसे पुनः दोहराएँ।
चारे के तौर पर नेपियर बाजरा व गिनी घाँस लगाने के लिए अभी समय अनुकूल है, मौसम साफ होने पर बिजाई की जा सकती है।
कोविड-19 के कारण हुए लॉक-डाउन के चलते यदि किसानों को बीज की प्राप्ति में समस्या आ रही हो तो अपने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र को संपर्क कर सकते हैं। के.वी.के से बीज खरीदे जा सकते हैं। किसान समाधान के लिए पंजाब एग्रिकल्चर युनिवर्सिटी से भी संपर्क कर सकते हैं।
Image credit: Hindustan Times
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