पंजाब में 9 से 15 फरवरी, 2021 के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है पंजाब के लिए फसलों से जुड़ी सलाह।
पंजाब में आमतौर पर जनवरी और फरवरी में ठीक-ठाक बारिश होती है। और यह बारिश खेती के लिए लाभप्रद होती है। लेकिन इस बार अब तक बारिश कम हुई है। 1 जनवरी से 8 फरवरी के बीच पंजाब में सामान्य से 50% कम वर्षा हुई है। इस अवधि में जहां औसतन 26.1 मिलीमीटर बारिश पंजाब में होती है वहाँ मात्र 13.2 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
पिछले कई दिनों से पंजाब में मौसम शुष्क बना हुआ है। हालांकि राज्य के उत्तरी जिलों में 3-4 फरवरी को कुछ स्थानों पर वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलीं थीं।
इस सप्ताह समूचे पंजाब में मौसम शुष्क ही रहने की संभावना है। अमृतसर से लेकर जालंधर, पठानकोट, लुधियाना, पटियाला, फ़रीदकोट, बरनाला, मोगा, समेत राज्य के किसी भी शहर में बारिश के आसार फिलहाल नहीं हैं।
अधिकांश शहरों में उत्तरी हवाएँ पूरे सप्ताह चलती रहेंगी। लेकिन हवाओं की गति बहुत अधिक नहीं होगी और हवाओं में ठंडक बहुत ज़्यादा नहीं होगी इसलिए तापमान में बड़ी गिरावट और सर्दी की आशंका फिलहाल नहीं है। दिन और रात के तापमान सामान्य के आसपास रहेंगे। कुछ स्थानों पर तापमान सामान्य से ऊपर रिकॉर्ड किया जा सकता है। अब कड़ाके की सर्दी की पुनरावृत्ति नजर नहीं आ रही है। यानि शीतलहर का समय अब समाप्त हो गया है।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि खड़ी फसलों में आवश्यतानुसार सिंचाई करते रहें। तापमान बढ़ने के कारण मटर की फसल में पाउडेरी मिलड्यू का प्रकोप देखने को मिल सकता है। इससे बचाव के लिए सल्फेक्स का छिड़काव 600 ग्राम प्रति 100 लीटर पानी प्रति एकड़ की दर से करें। ये छिड़काव 10 दिन बाद पुनः दुहराएँ।
अंगूर के पौधो में छँटाई का काम पूरा करें। वर्तमान मौसम में सरसों में एफीड का प्रकोप पाया जा सकता है। इसकी रोकथाम के लिए 40 ग्राम एकतारा या 400 मि.ली. रोगर 125 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें।
Image Credit: The Indian Express
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