महाराष्ट्र में इस सप्ताह (18 से 24 मई, 2020) कैसा रहेगा मौसम का हाल और क्या है फसलों से जुड़ी सलाह।
महाराष्ट्र राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले सप्ताह बारिश की गतिविधियां देखने को मिली थीं। इस सप्ताह ज़्यादातर जगहों पर मौसम मुख्यतः शुष्क और साफ रहने के आसार हैं।
हालांकि 18 मई को विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र तथा कोंकण गोवा के दक्षिणी हिस्सों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। उसके बाद विदर्भ और मराठवाडा तथा मध्य महाराष्ट्र में मौसम मौसम शुष्क हो जाएगा। लेकिन कोंकण क्षेत्र और इससे सटे दक्षिणी-मध्य महाराष्ट्र में छिटपुट बारिश की गतिविधियां पूरे सप्ताह अपेक्षित रहेंगी।
दूसरी ओर उत्तरी मराठवाड़ा और विदर्भ के उत्तरी जिलों तापमान तेज़ी से ऊपर जाएगा और वर्धा, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, जलगांव, नागपुर में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जाएगा। कहीं-कहीं पारा 45 डिग्री तक भी जा सकता है।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
मध्य महाराष्ट्र तथा कोंकण क्षेत्र में वर्षा की संभावना है। कोंकण में धान की फसल तकरीबन पक चुकी है, ऐसे में किसानों को सुझाव दिया जाता है की वे अपनी धान की फसल की शीघ्र कटाई करें। मूँगफली की फसल यदि तैयार हो चुकी हो तो उसे भी निकाल लें।
विदर्भ में धान की फसल पकने के निकट है, ऐसे में फसल में सिंचाई न दें। कद्दू वर्गीय सब्जियों और फलों की भी तुड़ाई करके उन्हे छाँव में रखें। गन्ने की फसल में नियमित रूप से गुड़ाई व मिट्टी चढ़ाने का काम करते रहें।
जिन इलाको में पानी की सुविधा हो वहाँ टोरई, करेले, लौकी आदि की बुवाई अभी की जा सकती है। अगेती फसलों के लिए खेतो को तैयार करें। मॉनसून के आगमन से पहले ही खेतो के समतालिकरण का काम पूरा कर लें व में नालियाँ व बंड आदि बनाएँ। प्री-मॉनसून बारिश व आँधी के कारण केले व अन्य बागबानी पौधो से फलो को झड़ने व पौधो को गिरने से रोकने के लिए उचित उपाय करें।
Image Credit: First Post
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