आइए जानते हैं इस सप्ताह यानि 18 से 24 जनवरी, 2021 के बीच कैसा रहेगा महाराष्ट्र में मौसम का हाल और महाराष्ट्र के किसानों के लिए क्या है फसलों से जुड़ी सलाह।
महाराष्ट्र में जनवरी के पहले पखवाड़े में कई जगहों पर बारिश दर्ज की गई थी। सबसे अधिक वर्षा की गतिविधियां मध्य महाराष्ट्र में देखने को मिलीं। उसके बाद दक्षिणी कोंकण गोवा और मराठवाड़ा में भी वर्षा हुई। विदर्भ में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई।
इस बेमौसम बरसात के चलते ही मध्य महाराष्ट्र में 1 जनवरी से 17 जनवरी के बीच सामान्य से 1586% अधिक बारिश हुई है। इस दौरान जहां आमतौर पर 1 मिमी वर्षा होती है वहाँ लगभग 20 मिमी बारिश हुई। कोंकण गोवा में 1312% अधिक 5.6 मिमी, मराठवाड़ा में 7% अधिक 3 मिमी बारिश हुई है। जबकि विदर्भ में 95% की कमी रही। विदर्भ में इस दौरान जहां 5.7 मिमी बारिश होती है वहाँ महज़ 0.3 मिमी वर्षा हुई है।
इस सप्ताह महाराष्ट्र में मौसम मुख्यतः शुष्क और साफ रहने की संभावना है। विदर्भ से लेकर कोंकण गोवा तक मौसम में किसी भी प्रकार की हलचल देखने को नहीं मिलेगी। महाराष्ट्र के मध्य भागों पर एक विपरीत चक्रवाती सिस्टम पूरे सप्ताह बना रहेगा जिससे हवाओं की रफ्तार भी मंद रहेगी।
पुणे, सांगली, सतारा समेत मध्य महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में दिन और रात के तापमान सामान्य से ऊपर बने हुए हैं। इनमें गिरावट दर्ज की जाएगी और यह सामान्य के आसपास आ जाएगा। अकोला, यवतमाल, वर्धा, नासिक, हिंगोली, जालना, अहमदनगर, परभणी, बीड़, नांदेड समेत अन्य शहरों में भी तापमान गिरकर सामान्य के आसपास पहुँच जाएगा।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों में गेहूं और चने की फसलों में इस समय पुष्पन से लेकर दाने बनने की अवस्था है। गेहूं, चने और सूरजमुखी की फसलों में आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाई दें। प्याज में विल्ट के नियंत्रण हेतु कॉपर ऑक्सीक्लोराइ 3 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से दें।
अंगूर की फसल में डाउनी मिलड्यू रोग के नियंत्रण के लिए मेंकोंजेब 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। केले की फसल में एफिड की रोकथाम के लिए डायमेथोएट 2 मिली प्रति लीटर पानी की दर से स्प्रे करें।
कोंकण क्षेत्र में काजू गिरि की फसल में इस समय टी मोसक्विटो बग और थ्रिप्स का संक्रमण हो सकता है। इससे बचाव के लिए प्रोफेनोफोस 50% ईसी 1 मिली प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।
Image credit: The Better India
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