आइए जानते हैं इस सप्ताह यानि 04 से 10 जनवरी, 2021 के बीच कैसा रहेगा महाराष्ट्र में मौसम का हाल और महाराष्ट्र के किसानों के लिए क्या है फसलों से जुड़ी सलाह।
महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा। हालांकि विदर्भ में छिटपुट बारिश की गतिविधियां हुई थीं। इस सप्ताह रुक-रुक कर महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
दक्षिणी कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के दक्षिणी जिलों में 4 और 5 जनवरी को हल्की बारिश होने की संभावना है।
6 और 7 जनवरी को मराठवाड़ा तथा विदर्भ में भी बारिश हो सकती है परंतु बारिश की गतिविधियां हल्की ही रहेंगी।
सांगली, सतारा, कोल्हापुर समेत दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र के जिलों में 8 जनवरी तक छुटपुट बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती हैं।
इस समय महाराष्ट्र के अधिकांश भागों में न्यूनतम तथा अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर बने हुए हैं। अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट होने के साथ-साथ सामान्य के आसपास आ सकते हैं परंतु न्यूनतम तापमान पूरे सप्ताह सामान्य से ऊपर ही बने रहेंगे। 9 जनवरी से महाराष्ट्र के लगभग सभी भागों में मौसम एक बार फिर शुष्क हो जाएगा।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
कोंकण क्षेत्र में काजू गिरि की फसल में इस समय टी मोसक्विटो बग और थ्रिप्स का संक्रमण हो सकता है। इससे बचाव के लिए प्रोफेनोफोस 50% ईसी 1 मिली प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। काजू, नारियल और अन्य गिरि फलों में सिंचाई अभी न करें क्योंकि कुछ कोंकण क्षेत्र के कुछ हिस्सों में वर्षा की संभावना है।
मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों में गेहूं वानस्पतिक वृद्धि की अवस्था में है जबकि चने की फसल में शाखाएँ निकल रही हैं। गेहूं, सब्जियों और सूरजमुखी की फसल में हल्की सिंचाई दें।
प्याज की फसल में विल्ट के नियंत्रण हेतु कॉपर ऑक्सीक्लोराइ 3 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। अंगूर की फसल में डाउनी मिलड्यू रोग के नियंत्रण के लिए मेंकोंजेब 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से करें। पाउडरी मिलड्यू के नियंत्रण हेतु हेक्साकोनाज़ोल 1 मिली प्रति लीटर पानी की दर से दें। केले की फसल में एफिड की रोकथाम के लिए डायमेथोएट 2 मिली प्रति लीटर पानी की दर से स्प्रे करें।
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