आइए जानते हैं महाराष्ट्र में 15 से 21 फरवरी, 2021 के बीच कैसा रहेगा मौसम।
पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र में मौसम शुष्क बना हुआ है। लेकिन इस सप्ताह वर्षा की गतिविधियां राज्य के विभिन्न भागों में अपेक्षित हैं। 16 फरवरी को विदर्भ के पूर्वी जिलों में हल्की वर्षा शुरू हो सकती है। 17 फरवरी को विदर्भ के कई भागों में वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। विदर्भ से सटे मराठवाड़ा के जिलों में भी वर्षा शुरू हो जाएगी। 18 फरवरी को नागपुर, चंद्रपुर, नांदेड़, औरंगाबाद, जलगांव, नासिक, पुणे, सतारा तथा कोल्हापुर समेत महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में बारिश होने की संभावना है। मुंबई में भी बादल छा सकते हैं। 19 फरवरी से महाराष्ट्र का मौसम एक बार फिर शुष्क हो जाएगा तथा दिन के तापमान में हल्की वृद्धि शुरू हो जाएगी।
1 जनवरी से 14 फरवरी के बीच कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र में सामान्य से बहुत ज्यादा वर्षा हुई है। कोंकण और गोवा में सामान्य से 841% तथा मध्य महाराष्ट्र 699% प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। जबकि मराठवाड़ा में सामान्य से 46% कम और विदर्भ में सामान्य से 94% कम वर्षा हुई है। इस सप्ताह होने वाली बारिश से विदर्भ और मराठवाड़ा में बारिश में कमी की कुछ भरपाई हो सकती है।
लेकिन इस समय कई फसलों की कटाई और मड़ाई का काम शुरू होने वाला है। इस बेमौसम बरसात से कटाई के लिए तैयार फसलों को नुकसान हो सकता है।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान की नर्सरी रोपाई के लिए तैयार होने की अवस्था में है। किसानों को सुझाव है कि रोपाई मौसम पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए ही करें। रोपाई के बाद अभी खेतों में पानी न लगाएँ।
आम के पेड़ों में बार-बार फूल निकलने की समस्या को रोकने के लिए गिब्बरलिक एसिड 500 पीपीएम 1 ग्राम प्रति 20 लिटर पानी की दर से छिड़काव कर सकते हैं।
मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा में गेहूं, दलहनी फसलों, सरसों और सूरजमुखी की फसलों को सिंचाई की आवश्यकता है। विदर्भ में इस सप्ताह बारिश की संभावना है जो यह ज़रूरत पूरी कर देगी। जबकि मध्य महाराष्ट्र
चने की फसल में फली छेदक कीट की रोकथाम के लिए आप 4-5 बर्ड पर्चेज और 4-5 फेरोमोन ट्रैप लगा सकते हैं या 5% NKSE प्रति 10 लिटर की दर से घोलकर छिड़काव कर सकते हैं। मक्के की फसल में आर्मी वर्म की रोकथाम के लिए 5% एनएसके का तत्व 5 मिली प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।
Image Credit:
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।