आइए जानते हैं महाराष्ट्र में 1 से 7 फरवरी, 2021 के बीच कैसा रहेगा मौसम।
28 जनवरी को महाराष्ट्र के विदर्भ में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई थी। जबकि महाराष्ट्र के बाकी सभी इलाकों में पिछले सप्ताह के सभी दिनों में मौसम शुष्क बना हुआ था। 26 से 30 जनवरी के बीच मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई इलाकों में दिन और रात के तापमान और गिरावट दर्ज की गई थी। लेकिन अब हवाओं की दिशा एक बार फिर बदलकर दक्षिण पूर्वी तथा पूर्वी हो गई है जिससे तापमान बढ़ने लगे हैं।
इस सप्ताह भी महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि विदर्भ में बारिश की संभावना इस सप्ताह भी है। 4 और 5 फरवरी को विदर्भ के उत्तरी जिलों में बादल छाए रहेंगे तथा छिटपुट वर्षा भी हो सकती है। शेष महाराष्ट्र के क्षेत्रों में मौसम पूरी तरह से शुष्क ही बना रहेगा। राज्य के अधिकांश भागों में दिन और रात के तापमान सामान्य के आसपास रहने की संभावना है।
मुंबई में इस सप्ताह अधिकतम तापमान 30 से 33 डिग्री के बीच जबकि न्यूनतम तापमान 17 से 20 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया जाएगा। पुणे में अधिकतम तापमान 29-30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 से 16 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया जा सकता है। नाशिक में दिन का तापमान 29-30 डिग्री जबकि रात का तापमान 12 से 14 डिग्री के मध्य रहेगा। इसी तरह नागपुर में भी दिन में पारा 28 से 30 डिग्री और रात का तापमान 12 से 14 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया जा सकता है।
महाराष्ट्र में 1 से 31 जनवरी के बीच सामान्य से 69% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इस अवधि में राज्य में कुल औसत वर्षा 4.8 के स्थान पर 8.1 मिमी बारिश हुई है।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान की नर्सरी रोपाई के लिए तैयार होने की अवस्था में है। धान के खेतों में 2-3 सेमी पानी लगाकर रखें। एक सप्ताह पहले रोपाई किए गए धान के खेतों में खरपतवार की समस्या के निदान के लिए डेढ़ लीटर बूटाक्लोर 50 ईसी 500 लिटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें।
जिन भागों में बारिश की संभावना नहीं है वहाँ गेहूं, सरसों, सूरजमुखी सहित अन्य फसलों में हल्की सिंचाई दें। सुरू गन्ने की रोपाई करें। रोपाई से पहले गन्ने सेट को 100 लिटर पानी में घुले 300 मिली मैलाथियान + 100 ग्राम कार्बेण्डाजिम में 10 मिनट के लिए डुबो कर रखें।
गेहूं में अगर रस्ट रोग दिखाई दे तो मेंकोजेब 1.5 किलोग्राम 500 लिटर पानी में मिलकर छिड़काव करें। गेहूं की फसल में ही एफिड की रोकथाम के लिए क्वीनालफॉस 25% ईसी 4 मिली प्रति लीटर पानी की दर से घूलकर डालें।
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