[Hindi] महाराष्ट्र का साप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान (31 अगस्त से 6 सितंबर, 2020), और फसल सलाह

September 14, 2020 2:40 PM | Skymet Weather Team

आइए जानते हैं 14 से 20 सितंबर के बीच कैसा रहेगा मौसम।

महाराष्ट्र के लिए वर्ष 2020 का मॉनसून सीज़न अब तक काफी अच्छा रहा है। कोकण व गोवा में सामान्य से 24% अधिक, मध्य महाराष्ट्र में सामान्य से 30% अधिक तथा मराठवाड़ा में सामान्य से 17% अधिक वर्षा हुई है। विदर्भ एक मात्र ऐसा क्षेत्र है जहां पर सामान्य से 12% कम वर्षा हुई है। विदर्भ में सूखे की मार सबसे अधिक अकोला, अमरावती तथा यवतमाल पर पड़ी है।

इस बीच इस सप्ताह महाराष्ट्र के कई इलाकों में व्यापक बारिश होने की संभावना है। एक निम्न दबाव का क्षेत्र आंध्र प्रदेश के तटों के पास बंगाल की खाड़ी पर बना है। यह सिस्टम उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ेगा तथा महाराष्ट्र का रुख करेगा। इसके प्रभाव से 15 और 16 सितंबर को विदर्भ और मराठवाड़ा के कई जिलों में अच्छी बारिश की उम्मीद है। 17 से 19 सितंबर के बीच मराठवाड़ा तथा मध्य महाराष्ट्र के कई जिलों सहित कोकण गोवा में भी अच्छी बारिश होने के आसार हैं। 15 से 17 सितंबर के बीच मुंबई तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में भी अच्छी वर्षा संभव है।

इस बारिश से विदर्भ में जो कमी रह गई है उसकी कुछ हद तक भरपाई हो सकती है।

महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:

कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ क्षेत्र के किसानों को सुझाव है कि धान की अगेती फसल में 7 से 10 सेमी और देर से बोई गई फसल में 5 सेमी पानी लगाकर रखें। धान की फसल में अगर अंगमारी, झुलसा रोग या भूरे धब्बे दिखाई दें तो कार्बेण्डाजिम 50% डबल्यूपी 10 ग्राम प्रति 10 लिटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।

कद्दू वर्गीय सब्जियों में इस समय डाउनी मिलड्यू रोग का संक्रमण हो सकता है। इसके नियंत्रण हेतु डाइथेन एम 45 ढाई ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।

विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र के कुछ भागों में इस समय कपास की फसल में फूल निकल रहे हैं और कुछ हिस्सों में बॉल विकसित हो रहे हैं। अन्य फसलें भी विकास की अवस्था में हैं। किसानों को सलाह है कि फसलों पर नज़र बनाए रखें। साथ ही उड़द और मूंग की कटाई और मड़ाई का काम पूरा करें।

हाइब्रिड कपास में अगर एफिड, जेसिड, सफ़ेद मक्खी या थ्रिप्स का प्रकोप हो तो मेटाराइज़ियम एनिसोप्लीन 5 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से डालें।

गन्ने की फसल में ज़ंग रोग अगर दिखे तो मैंकोजेब 3% 3 ग्राम प्रति लिटर पानी की दर से डालें। टमाटर की फसल में सफ़ेद मक्खी के नियंत्रण के लिए डाइमेथोएट 30% 1 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से दें।

मक्के की फसल में फॉल आर्मी वर्म के नियंत्रण के लिए 8 फेरोमोन ट्रैप प्रति एकड़ की दर से लगाएँ। साथ ही इमामेक्टिन बेन्ज़ोएट 0.4 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से डालें।  

Image Credit: Jagran Josh

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