आइए जानते हैं इस सप्ताह यानि 6 से 12 अप्रैल, 2020 के बीच कैसा रहेगा महाराष्ट्र में मौसम का हाल। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में 7 अप्रैल को छिटपुट बारिश हो सकती है जबकि राज्य के बाकी सभी हिस्सों में 10 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
सप्ताह के आखिर में यानि 11 और 12 अप्रैल को महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र और मराठवाड़ा में कुछ स्थानों पर गर्जना के साथ बारिश होने के आसार हैं।
जबकि मध्य महाराष्ट्र और कोंकण गोवा क्षेत्र में इस सप्ताह मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क बना रहेगा। हालांकि पुणे, नाशिक, मुंबई समेत मध्य महाराष्ट्र और कोंकण गोवा क्षेत्र में आते-जाते आंशिक बादल दिख सकते हैं।
महाराष्ट्र के ज़्यादातर क्षेत्रों में शुष्क मौसम के कारण तापमान बढ़ेगा। मराठवाड़ा और विदर्भ में कुछ स्थानों पर दिन का तापमान बढ़ते हुए 40 डिग्री या उससे भी ऊपर पहुँच सकता है।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
गत-सप्ताह मराठवाड़ा और विदर्भ के कुछ हिस्सों में तेज़ आँधी के साथ बारिश हुई थी जिसके कारण कुछ इलाकों में फसल गिरने और फल झड़ने की समस्या देखी गयी है।
किसानों को सलाह है कि पक चुकी फसलों की मौसम अनुकूल रहते तुरंत कटाई कर लें। जहां फसल को काटा जाना अभी संभव न हो वहाँ फसलों और पौधों को सुरक्षिण करने के उपाय करें।
मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा ऐसे में खड़ी फसलों में उचित नमी बनाए रखने के लिए आवश्यकतानुसार सिंचाई दें। कटी हुई फसलों को धूप में सुखाकर गहाई करें और साफ जगहों पर संग्रहित करें।
कोरोना वाइरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कटाई व गहाई का अगर संभव हो तो मशीनों की सहायता से करें। यदि यह संभव न हो तो खेत-खलिहान में एक-दूसरे से उचित दूरी बनाए रखें।
बदलते मौसम के चलते फसलों में कई प्रकार के कीटों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। इसलिए नियमित निगरानी करते रहें व उचित उपचार करें।
टमाटर की फसल में ब्लाइट की रोकथाम के लिए 2.5 ग्राम मेनकोज़ेब 75 डबल्यूपी प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़कें। बैंगन में फल या तना भेदक की रोकथाम के लिए 1 मि.ली. फेनवेलरेट को प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़कें।
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