आइए जानते हैं महाराष्ट्र में 27 अप्रैल से 3 मई के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल और क्या है इस सप्ताह फसलों से जुड़ी सलाह।
महाराष्ट्र में ज़्यादातर शहरों में तापमान बढ़ता जा रहा है जिससे गर्मी भी तेज़ हो गई है। 27 अप्रैल को राज्य में मौसम शुष्क और गरम ही रहेगा। हालांकि 28 अप्रैल को विदर्भ तथा मराठवाड़ा में हल्की बारिश होने की संभावना है। 29 और 30 अप्रैल को मध्य महाराष्ट्र तथा कोंकण व गोवा के कुछ भागों में गरज के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। पुणे, नाशिक, सांगली, सातारा और कोल्हापुर आदि में वर्षा की गतिविधियां बढ़ सकती हैं।
मुंबई, ठाणे और दहानू में भी 30 अप्रैल और 1 मई को हल्की वर्षा होने की संभावना है। 2 और 3 मई को महाराष्ट्र के लगभग सभी जिलों में मौसम एक बार फिर से शुष्क तथा गर्म हो जाएगा।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
रबी फसलों जैसे गेहूं व चना की कटाई लगभग पूरी होने को है, ऐसे में किसानों को सलाह है कि मड़ाई के बाद अनाज मंडी ले जाते समय यह सुनश्चित कर लें कि उत्पादो में नमी कम से कम यानि अनुकूलतम स्तर पर हो, जिससे उसे मंडी परिसर में न रखना पड़े और वर्षा से होने वाले नुकसान से बचा जा सके। साथ ही साथ कम से कम श्रमिकों को शामिल करना पड़े।
विदर्भ में ग्रीष्म-कालीन धान की फसल बाली निकलने तथा कोंकण में पुष्पन व दाने भरने की अवस्था में है। चूंकि आने वाले दिनों में तापमान में वृद्धि होने की संभवना है, ऐसे में किसानों को सुझाव है कि धान की फसल में उचित नमी बनाए रखने के लिए नियमित सिंचाई करते रहें।
ग्रीष्म-कालीन मूंग की फसल में अगर पत्ती काटने वाली लट का प्रकोप हो गया हो तो 5% नीम अर्क को 2 मिली प्रति लीटर पानी की दर से घोलकर छिड़काव करें।
मूंगफली की फसल में चूसक कीट का प्रकोप दिखे तो इसकी रोकथाम के लिए मिथाइल-डेमेटोन 25 ईसी को 1 मिली प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
आम के बागों व ग्रीष्म-कालीन मूँगफली की फसल में उचित नमी बनाए रखें।
Image credit: The Better India
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