आइए जानते हैं 20 से 26 अप्रैल के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है इस सप्ताह किसानों के लिए फसल सलाह। महाराष्ट्र में इस सप्ताह अधिकांश समय मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है।
शुरुआती दिनों में 20 और 21 अप्रैल को विदर्भ में कुछ स्थानों पर जबकि मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र तथा कोंकण व गोवा क्षेत्र के दक्षिणी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
इस दौरान नागपुर, भंडारा, गोंदिया, यवतमाल, वाशिम, चंद्रपुर में वर्षा हो सकती है। इसके अलावा नांदेड़, बीड़, उस्मानाबाद, लातूर, सोलापुर, सांगली, सतारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, पुणे में भी वर्षा की उम्मीद है।
21 अप्रैल की शाम से 26 अप्रैल के बीच समूचे महाराष्ट्र में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा। हालांकि आसपास के राज्यों में आर्द्रता बनी रहेगी और महाराष्ट्र के ज़्यादातर जिलों में तापमान बढ़ेगा जिससे लू जैसे हालात बनेंगे। इससे कहीं अचानक मौसम थोड़े समय के लिए बदल सकता है और गर्जना तथा आँधी के साथ हल्की बौछारें गिर सकती हैं। यह स्थानीय स्तर पर होगा जिससे छिटपुट इलाके ही प्रभावित होंगे। ऐसी गतिविधियों के बारे में पहले से अनुमान लगाना मुश्किल है।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
कोंकण व विदर्भ में हल्की वर्षा की संभावना को देखते हुए किसानों को हम सलाह देंगे कि कटी फसलों को सुरक्षित स्थानो पर रखें। मौसम पूर्णतः साफ होने पर रबी की तैयार फसलों की कटाई-कटाई शीघ्र ही पूरा करें।
कोविड़-19 (कोरोना वायरस) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए किसान व्यक्तिगत स्वच्छता और सामाजिक दूरी बनाए रखें तथा जहां तक संभव हो कृषि गतिविधियों को मशीनों और उपकरणों द्वारा ही सम्पन्न करें। अगर ऐसा संभव न हो तो काम करते समय 3 से 5 फीट की दूरी बनाकर ही कृषि कार्यों को निपटाएँ। पाँच से अधिक व्यक्ति एक साथ जमा न हों। मास्क का प्रयोग अवश्य करें और हाथों को साबुन से नियमित धोएँ।
ग्रीष्म धान की फसल में उचित नमी बनाए रखें। गन्ने और केले की फसल में खप्पचियों आदि से पाधों को सहारा दे कर बांध दें ताकि पौधे गिरने से बचे रहें। फलों और सब्जियों की तुड़ाई यातायात के साधनों और मंडी में मांग के अनुसार करें।
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