आइए जानते हैं मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा 16 से 22 अक्टूबर के बीच मौसम। और क्या है मध्य प्रदेश के किसानों के लिए हमारे पास खेती से जुड़ी सलाह।
पिछले कुछ दिनों के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में हल्की वर्षा रुक-रुक कर होती रही है। लेकिन पश्चिमी भागों में अब तक मौसम मुख्यतः शुष्क ही रहा है। इस सप्ताह मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों में वर्षा का अनुमान है।
अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के दक्षिणी, दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में वर्षा की गतिविधियां बढ़ सकती है। उज्जैन, रतलाम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, भोपाल, बैतूल, होशंगाबाद, शिवपुरी, देवास, मांडला तथा जबलपुर आदि जिलों में वर्षा होने की संभावना है।
18 तथा 19 अक्टूबर को पश्चिमी जिलों में वर्षा की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। इस दौरान उत्तरी भागों में भी बारिश की गतिविधियां हमें देखने को मिल सकती हैं। 20 और 21 अक्टूबर को वर्षा में कमी आएगी परंतु दक्षिणी जिलों में छिटपुट वर्षा जारी रहेगी। 21 तथा 22 अक्टूबर को पूर्वी जिलों में वर्षा की गतिविधियां एक बार फिर बढ़ेगी उसका कारण बंगाल की खाड़ी में आंध्रप्रदेश के तटों के आसपास बनने वाला एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र होगा।
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए फसल सलाह
वर्षा की संभावनाओं को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि कटी हुई फसलों की सुरक्षा सुनिशित करें। खड़ी फसलों में जल-जमाव जैसी स्थितियों से बचने के लिए पानी के निकासी के उचित उपाय करें।
रबी फसलों के लिए वर्षा-जल के सुदुपयोग के उचित उपाय करें। चूंकि अभी बारिश की संभावना है इसलिए बुआई को टालना ही बेहतर होगा। लेकिन जब मौसम अनुकूल हो जाए तो बुआई शुरू करें। इस बुलेटिन में कुछ रबी फसलों की उन्नत किस्में हम आपको बता रहे हैं।
मसूर की उन्नत किस्में हैं। आरवीएल-31, आरवीएल 11-6, केवीएल-345 (शेखर 4) आईपीएल-316, पन्तएल-5, जेएल-3 आदि।
सरसों की बिजाई की लिए उत्तम किस्में हैं: राजविजय 1 व 2, पूसा मस्टर्ड 30, पूसा मस्टर्ड 27, आरएस-749, आरएच-406, गिरिराज, एनआरसीडीआर-02, एनआरसीएचबी-101, एनआरसीएचबी-506, एनआरसीवाईएस-0502 (पीला रामडा) आदि।
मटर की किस्में: प्रकाश, केपीएमएसआर 400, मालवीय 15
मसूर की किस्में: जवाहर मसूर 3, राज विजय मसूर II-6
हरे चारे हेतु बरसीम की किस्में: जेबी-5, बंदेल बरसीम-3 आदि तथा जई में जेओ 61, जेओ 03-91
Image credit: The Hindu
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweathercom अवश्य लिखें।