आइए जानते हैं मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा 29 मई से 4 जून के बीच मौसम। और क्या है मध्य प्रदेश के किसानों के लिए हमारे पास खेती से जुड़ी सलाह।
मध्य प्रदेश के कई जिलों में लू का प्रकोप जारी था परंतु अब वर्षा की गतिविधियां शुरू होने के कारण तापमान में गिरावट शुरू हो गई है तथा लू का प्रकोप भी कम होने लगा है। मध्य प्रदेश के उत्तरी तथा उत्तर पूर्वी जिलों में अच्छी बारिश की गतिविधियां देखने को मिली थी।
अगले 2 दिनों तक मध्य प्रदेश में छिटपुट बारिश की संभावना है परंतु 31 मई से बारिश बढ़ेगी तथा 1 जून से 4 जून के बीच मध्य प्रदेश के कई जिलों में विशेषकर पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी जिलों में तेज बारिश तथा तेज हवाएं चलने की संभावना है जिससे तापमान में भारी गिरावट होगी और लू का प्रकोप लगभग समाप्त हो जाएगा।
जून के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश जारी रहने के आसार हैं।
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए फसल सलाह
01 से 04 जून के बीच वर्षा के अनुमान को देखते हुए किसानों को सलाह है कि छिड़काव, सिंचाई और बुआई के काम अभी रोक दें। वर्तमान में राजस्थान की ओर से मध्य प्रदेश के नजदीकी ज़िलो में आता हुआ टिड्डी-कीट का दल किसी भी जगह, किसी भी समय, किसी भी फसल पर हमले कर उन्हें छत कर सकता है।
इसलिए सामूहिक रूप से फसलों की निरंतर निगरानी करते रहें। लाखों-करोड़ों की संख्या वाले टिड्डी दल के आसमान से नीचे की तरफ आते हुए दिखते ही प्रभावित क्षेत्र के किसान सामूहिक से परंपरागत ध्वनि विस्तारक यानि वाद्य यंत्रों को बजकर, कनस्तर पीट कर, या ट्रैक्टर का सायलेंसर निकाल कर तेज़ ध्वनि करके आगे भगा सकते हैं।
अगर फिर भी किसी फसल पर टिड्डी दल का हमला हो जाए तो 500 मि.ली. क्लोरपाइरीफॉस 50% ई.सी. या 1850 मि.ली. मेलाथिऑन 50% ई.सी. प्रति हेक्टर पावर स्प्रेयर से छिड़काव करें।
मौसम साफ हो जाने पर खरीफ बुआई के लिए संग्रहित बीज को निकाल कर धूप में भली प्रकार से सुखाएँ और लगभग 100 दानों के 2-3 सेंपल की उपलब्ध स्थानीय विधि से अंकुरण क्षमता का पता लगा लें।
उपलब्ध सिंचाई जल एवं फसल चक्र की योजनानुसार रोपा वाले धान की नर्सरी तैयार करने हेतु एक से अधिक उपयुक्त किस्मों का चुनाव करें।
समय से रोपाई हेतु मध्यम व देर से पकने वाली पूसा बासमती-6, पूसा बासमती-1509, पूसा सुगंधा-5, पूसा सुगंधा-3, जे.आर.एच-19, जे.आर.एच-8 तथा एन.डी.आर-8002 जैसी किस्में चुनें।
कम अवधि वाली जे.आर.एच-15, जे.आर.एच-4, जे.आर-504, जे.आर-503, जे.आर-201 जैसी किस्मों का चयन कर सकते हैं।
Image credit: Freepressjournal
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