आइए जानते हैं मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा 26 जून से 2 जुलाई जून के बीच मौसम। और क्या है मध्य प्रदेश के किसानों के लिए हमारे पास खेती से जुड़ी सलाह।
इस साल मध्य प्रदेश में मॉनसून समय से काफी पहले पहुंचा है और जून के महीने में राज्य में सामान्य से काफी अधिक बारिश भी दर्ज की गई है। 26 से 28 जून के बीच मध्य प्रदेश के पूर्वी तथा उत्तरी जिलों में मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
29 जून से 2 जुलाई के बीच मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी तथा पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश पूरे हफ्ते जारी रहेगी। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि, जून का आखिरी सप्ताह तथा जुलाई के शुरुआती दिनों में मध्य प्रदेश को बहुत अच्छी बारिश मिलेगी। हालांकि बाढ़ जैसी स्थिति बनने की संभावना नहीं है परंतु कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने के आसार नजर आ रहे हैं।
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए फसल सलाह
वर्षा जारी रहने के पूर्वानुमान के साथ कृषि-कार्यो की शुरुआत के लिए यह अच्छा समय है लेकिन कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रहें, मास्क का प्रयोग करें, साबुन से हाथों की नियमित सफाई आदि नियमों का पालन अवश्य करें।
असिंचित क्षेत्रों में मॉनसून वर्षा अगर 10 सेमी या अधिक हो गई हो तो खरीफ फसलों की बुवाई शीघ्र ही सम्पन्न करें। किसान बंधुओं की विशेष सलाह है की जिन खेतो में विगत वर्ष सफ़ेद सूँडी (व्हाइट ग्रब) का प्रकोप हुआ था, वहाँ सोयाबीन फसल की प्रारम्भिक अवस्था से ही खेतो में सफ़ेद सूँडी के व्यसकों कों एकत्र करने के लिए फेरोमोन ट्रेप या लाइट ट्रेप का प्रयोग कर उन्हे नष्ट करें।
मुख्य एवं अंतरवर्तीय फसल के रूप में ज्वार की संकुल किस्में हैं:
आर.वी.जे-1862, एस.पी.वी-1616, एस.पी.वी-1535, जे.जे-1041, जे.जे-1032, जे.जे-938, आई.एम.एस-9ए, जे.जे-741….
ज्वार की संकर किस्में हैं:
आर.वी.आई.सी.एच.एस-28, सी.एस.एच-18, सी.एस.एच-17, सी.एच.एच-16, एस.पी.वी-15, एस.पी.वी-13, इंदौर-12 आदि ।
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