मध्य प्रदेश में इस सप्ताह यानि 10 से 16 अप्रैल के बीच मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। शुष्क मौसम के कारण धूप का प्रभाव बढ़ता जाएगा जिससे सभी जिलों में तापमान बढ़ने की संभावना है।
खंडवा, मंडला, सिवनी, उज्जैन, उमरिया जैसे दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में 15 अप्रैल तक तापमान 40 डिग्री के आसपास पहुँच सकता है। इंदौर, भोपाल, सागर, जबलपुर, ग्वालियर जैसे बाकी प्रमुख जिलों में भी 38 डिग्री के आसपास तापमान पहुँचने की संभावना है।
इस सप्ताह पूरी तरह से शुष्क मौसम के बीच पूर्वी मध्य प्रदेश में 13 और 14 अप्रैल को गर्जना और हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसमें टीकमगढ़, सागर, सतना, पन्ना, दमोह, छतरपुर, रीवा, दतिया, ग्वालियर, विदिशा और भोपाल में 13 को हल्की बारिश के आसार हैं। जबकि 14 अप्रैल को सिंगरौली, उमरिया, शहडोल में हल्की वर्षा हो सकती है।
मध्य के किसानों के लिए फसल सलाह
मुख्यतः शुष्क मौसम के अनुमान को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि तैयार फसलों की कटाई-मड़ाई करें। आगामी फसलों के लिए खेतों को तैयार करें। गेहूं की फसल की कटाई के बाद उसके अवशेषों को जलाने से बचें। खेतों में अवशेषों को जलाने से पर्यावरण तो प्रदूषित होता ही है, मिट्टी की उर्वरता भी प्रभावित होती है।
गरमा फसलों में उचित नमी बनाए रखें। मूँग, हरे चारे एवं सब्जियों की फसलों में बुआई के 20-22 दिन बाद पहली सिंचाई दें। उसके बाद मिट्टी के प्रकार एवं फसलों की आवशयकतानुसार 10-15 दिन पर करते रहें।
सिंचाई क्यारियों/पट्टियों/कूँड़ विधि से फसल अनुसार करें। सिंचाई सुबह या शाम के समय करना उपयुक्त होगा। खेतों में पानी 7.5 सेमी से अधिक ना लगाएँ।
कोरोना वायरस के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए जहां तक संभव हो मशीनों से ही कटाई-मड़ाई करें। आपस में भी दूरी बनाए रखें। स्वच्छता बनाए रखें और सरकार द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन करें।
मंडी जैसे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जा रहे हों तो मास्क का प्रयोग करें व लोगों से उचित दूरी बनाए रखें। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 10 अप्रैल की दोपहर तक मध्य प्रदेश में लगभग 400 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके थे। इसमें सबसे अधिक 221 मरीज इंदौर में थे। भोपाल में 100 के पहुँच गया है आंकड़ा। 24 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
इसलिए इस घटक वायरस से डरने की ज़रूरत है।
Image credit: Google
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।