हरियाणा के अधिकांश जिलों में एक बार फिर बारिश की गतिविधियां शुरू होने वाली हैं। 5 मार्च की शाम से हरियाणा के पश्चिमी जिलों में वर्षा की शुरुआत होने का अनुमान है। 6 मार्च यानि शुक्रवार को राज्य के सभी जिलों में बारिश तथा मेघगर्जना हो सकती है। कुछ जगहों पर भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि और तेज़ हवाएँ भी चलने का अनुमान है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हो सकता है।
7 मार्च यानि शनिवार की दोपहर से राज्य के अधिकांश भागों से बारिश छटने लगेंगी। 8 मार्च यानि रविवार से मौसम शुष्क हो जाएगा और तापमान एक बार फिर बढ़ने लगेंगे।
हरियाणा के किसानों के लिए फसल सलाह
बारिश और ओलावृष्टि की संभावना को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि बिजाई, सिंचाई और छिड़काव आदि कृषि कार्यों को स्थगित कर दें। फसलों व नर्सरी की सुरक्षा सुनिशित करें। गन्ने की पछेती किस्मों की कटाई व नई फसल की बिजाई इस महीने पूरी करें।
मौसम साफ हो जाने पर बसंतकालीन टमाटर की फसल के लिए खेत तैयार करके पौधारोपण करें। खेत तैयार करने के लिए एक एकड़ में 10 टन खाद, 40 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 25 कि.ग्रा. फॉसफोरस और 20 कि.ग्रा. पोटाश डालें। पौधरोपण के समय नाइट्रोजन, फोस्फोरस व पोटाश की पूरी मात्रा दें। कतारों के बीच पौधों की दूरी 45 से 60 सेमी रखते हुए रोपाई करें।
Image credit: The Indian Express
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