आइए जानते हैं कैसा रहेगा हरियाणा में 10 से 16 जून के बीच एक सप्ताह के दौरान मौसम का हाल।
हरियाणा के ज़्यादातर हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से मौसम अधिकांश भागों में शुष्क बना हुआ था जिसके चलते बीते दो-तीन दिनों में तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। इस सप्ताह भी राज्य के मौसम में बहुत अधिक बदलाव दिखाई नहीं देगा। ज़्यादातर जगहों पर मौसम साफ और शुष्क बना रहेगा। हालांकि 11 या 12 जून को हरियाणा में कहीं-कहीं छिटपुट जगहों पर गरज के साथ बौछारें गिर सकती हैं परंतु तापमान में गिरावट होने की संभावना काफी कम है।
13 जून से सप्ताह के अंत तक समूचे हरियाणा में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इस दौरान तापमान में कुछ और वृद्धि हो सकती है। किसके कारण दिन काफी गर्म रहेगा। कई स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री के ऊपर पहुँच जाएगा। उसी दौरान कुछ इलाकों में लू का प्रकोप भी शुरू हो सकता है। फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी, हिसार जैसे दक्षिणी जिलों में लू जैसी स्थितियाँ बन सकती हैं।
हरियाणा के किसानों के लिए इस हफ्ते की एड्वाइज़री
मुख्यतः मौसम गर्म और शुष्क को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि खरीफ फसलों की बुवाई का काम जारी रखें। धान की नर्सरी में पर्याप्त नमी बनाए रखें। बैसाखी मूंग की फसल में यदि 70-80 प्रतिशत फलियाँ पक चुकी हो तो फसल की कटाई कर लें ताकि सावनी फसलों के लिए खेत की तैयारी की जा सके।
आर्द्रता बढ्ने के कारण गर्मियों में उगाई जाने वाली फसलों में हरा तेला, सफ़ेद मक्खी और छोटी-छोटी सूंड़िओ का प्रकोप हो सकता है, इसकी रोकथाम के लिए 400 मि.ली. मेलाथियान 50 ई.सी. या 250 मि.ली. डाईमेथोएट 30 ईसी को 250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें।
गन्ने की फसल में भी आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहें व खरपतवारों को निकाल दें। कपास की फसल में पहली सिंचाई सामान्यतः बुवाई के 45-50 दिन बाद दी जाती है, पहली सिंचाई देने से पहले गुड़ाई अवश्य करें, इससे खर-पतवार और घास-फूस नष्ट हो जाते हैं साथ ही नमी भी अधिक समय तक बनी रहती है।
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