आइए जानते हैं कैसा रहेगा हरियाणा में 29 जुलाई से 4 अगस्त के बीच एक सप्ताह के दौरान मौसम का हाल।
हरियाणा में अब तक सामान्य बारिश हुई है। 1 जून से 28 जुलाई के बीच हरियाणा में कुल 191.9 मिलीमीटर वर्षा है जो सामान्य से 1% अधिक है। इस दौरान सामान्य वर्षा 189.4 मिमी है। पिछले सप्ताह हरियाणा में अधिकांश जगहों पर मौसम शुष्क रहा। हालांकि छिटपुट वर्षा की गतिविधियां दक्षिणी जिलों में हुई थीं।
इस समय मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई में बनी हुई है। आज शाम से यह रेखा दक्षिण की तरफ आएगी जिससे दोपहर बाद हरियाणा के उत्तरी तथा मध्य जिलों में वर्षा की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। कल यानि 30 जुलाई से हरियाणा के अधिकांश इलाकों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है। यह वर्षा की गतिविधियां सप्ताह के अंत तक जारी रह सकती हैं। 29 जुलाई की रात से 31 जुलाई तक तेज वर्षा होने की संभावना है। उसके उपरांत वर्षा में कमी आ सकती है, परंतु हल्की से मध्यम वर्षा 3-4 अगस्त तक जारी रहने के आसार हैं।
हरियाणा के किसानों के लिए इस हफ्ते की एड्वाइज़री
बारिश के अनुमान को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि सिंचाई और छिड़काव न करें। धान की फसल में इस समय लीफ ब्लाइट की समस्या हो सकती है। इसकी रोकथाम के लिए मेड़ों पर खरपतवारों को न जमने दें। खरपतवारों से कपास मीली-बग्स का प्रकोप भी बढ़ सकता है।
वर्षा ऋतु की बैंगन की फसल के लिए खेत की तैयारी करें। इसकी उन्नत किस्मों बीआर-112, हिसार श्यामल व हिसार प्रगति आदि में से बीजों का चयन करें। बैगन की रोपाई के लिए एक एकड़ खेत में लगभग 10 टन गोबर की खाद डालकर जुताई करें।
पौधरोपण से पहले 87 किग्रा यूरिया, 125 किग्रा सिंगल सुपर फॉस्फेट तथा 10 किग्रा पोटाश प्रति एकड़ दें। लंबी किस्मों में कतारों के बीच 60 सेमी तथा गोल किस्मों में 75 सेमी की दूरी रखें। पौध से पौध की दूरी 60 सेमी रखें। रोपाई के बाद सिंचाई करें।
मक्के की फसल में तना छेदक से प्रभावित पौधों को उखाड़कर नष्ट कर दें। मौसम साफ होने पर 30 मि.ली. कोराजेन को 60 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें।
बसंत-कालीन गन्ने की फसल में 130 किग्रा यूरिया, 125 किग्रा सिंगल सुपर फॉस्फेट और 35 किग्रा पोटाश) बिजाई के समय डालें।
Image credit: Punjabi Khurki
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।