आइए जानते हैं कैसा रहेगा हरियाणा 6 से 12 जनवरी, 2021 के बीच एक सप्ताह के दौरान मौसम का हाल।
हरियाणा में 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर के बीच काफी कम बारिश हुई थी। इस दौरान हरियाणा को 56% कम वर्षा प्राप्त हुई थी। इससे पहले मॉनसून 2020 के दौरान भी हरियाणा में वर्षा में कमी रही थी।
लेकिन नया साल और नया सीजन पिछली कमी की भरपाई करता हुआ नज़र आ रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह में हरियाणा के कई जिलों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है। 1 जनवरी से 5 जनवरी के बीच हरियाणा में सामान्य से 598% अधिक वर्षा हुई है।
6 जनवरी तक बारिश का मौसम हरियाणा पर बना रहेगा और कुछ भागों में छिटपुट वर्षा की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। 7 जनवरी को मौसम शुष्क हो जाएगा। जबकि 8 जनवरी को एक बार फिर से हरियाणा के कुछ भागों में हल्की वर्षा होने की संभावना है।
जनवरी के आरंभ से शुरू हुआ बारिश का यह क्रम 9 जनवरी से समाप्त होगा और मौसम शुष्क हो जाएगा। बारिश बंद होने के बाद उत्तर भारत के पहाड़ों से होकर उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाएँ आएंगी जिससे न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट होगी। 10-11 जनवरी से हरियाणा में शीतलहर शुरू होने की संभावना है।
हरियाणा के किसानों के लिए इस हफ्ते की एड्वाइज़री
वर्षा का अनुमान देखते हुए किसानों को सलाह है कि सिंचाई, उर्वरकों और दवाओं का प्रयोग मौसम साफ होने की स्थिति में ही करें।
हालांकि बारिश भारी नहीं होगी जिससे खेती के लिए बहुत चिंता का विषय नहीं है। बल्कि यह वर्षा विभिन्न फसलों की वानस्पतिक वृद्धि में सहायक हो सकती है।
गेहूँ की फसल में इस समय सल्फर की कमी देखी जा सकती है। इसकी भरपाई के लिए साफ मौसम में जिप्सम का भुरकाव 100 किग्रा. प्रति एकड़ की दर से करें।
आलू की फसल में ब्लाइट रोग फैल सकता है। इसके लक्षण पाये जाने पर अंतराकोल 500 ग्राम 250 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। आवश्यकता होने पर 7-10 दिन के अंतराल पर छिड़काव दोहराएँ।
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