[Hindi] हरियाणा का साप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान और फसल सलाह (16 से 22 दिसम्बर, 2020)

December 16, 2020 1:45 PM | Skymet Weather Team

आइए जानते हैं कैसा रहेगा हरियाणा 16 से 22 दिसम्बर के बीच एक सप्ताह के दौरान मौसम का हाल।

हरियाणा के कुछ भागों में 12 दिसंबर के आसपास हल्की बारिश दर्ज की गई थी। उसके बाद से राज्य के सभी भागों में मौसम शुष्क है। लेकिन नमी बढ़ने के साथ हवा की गति कम हुई है। इसके प्रभाव से हरियाणा के अधिकांश भागों में विशेषकर उत्तरी तथा मध्य जिलों में पिछले दो-तीन दिन घना कोहरा छाया रहा। घने कोहरे के कारण दिन के तापमान सामान्य से काफी कम बने हुए हैं। कई भागों में कोल्ड डे कंडीशन चल रही है। यानी के दिन बहुत ठंडा है। जब अधिकतम तापमान 16 डिग्री या उससे कम रहते हैं तब कोल्ड डे कंडीशन होती है।

इस सप्ताह हरियाणा में सभी जगहों पर मौसम पूरी तरह से शुष्क रहने की संभावना है। अगले 2 दिनों तक कई भागों में घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं जिससे दिन का तापमान कम से कम 18 दिसम्बर तक सामान्य से काफी कम ही बना रहेगा।

इस सप्ताह न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट होने की संभावना है जिसके कारण पंचकुला, अंबाला, करनाल, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, हिसार, सिरसा, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, पलवल, नारनौल समेत हरियाणा के अधिकांश जिलों में शीतलहर का प्रकोप देखने को मिलेगा। सप्ताह के आखिर में कुछ स्थानों पर पाला भी पड़ सकता है।

हरियाणा के किसानों के लिए इस हफ्ते की एड्वाइज़री

मुख्यतः शुष्क मौसम को देखते हुए चने की फसल में एक सिंचाई फूल आने से पहले दे सकते हैं। चने की फसल फली छेदक सूँडी की रोकथाम के लिए 200 मि.ली. मोनोक्रोटोफॉस 36 एस.एल. या 400 ग्राम कार्बेरिल 50 पाउडर 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें।

गेहूँ में मंडूसी के नियंत्रण के लिए बिजाई के 30-35 दिन बाद 240 ग्राम ए.सी.एम-9 या 200 ग्राम सगुन दवा 200 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें। चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए कारफेन्ट्राज़ोन का स्प्रे करें।

तापमान में गिरावट हो रही है, ऐसे में फसलों को पाले से बचाने हेतु अवश्यतानुसार हल्की सिंचाई करते रहें। जौ की फसल में खर-पतवारों का प्रकोप हो सकता है। कनकी, जंगली जई व लोमड़ घास के नियंत्रण हेतु एक्सियल 5 ईसी. (पिनोक्साडेन) 400 मि.ली. प्रति एकड़ को 200 लीटर पानी में घोलकर बिजाई के 40-45 दिन बाद छिड़कें।

Image credit: The Hindu

कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।

OTHER LATEST STORIES