आइए जानते हैं कैसा रहेगा हरियाणा में 5 से 11 अगस्त के बीच एक सप्ताह के दौरान मौसम का हाल।
हरियाणा में मॉनसून अब तक बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है। 1 जून से 5 अगस्त के बीच राज्य में सामान्य से 3% कम वर्षा हुई है। इस सप्ताह भी हरियाणा के लिए अच्छी खबर नहीं है क्योंकि हरियाणा पर अगले कुछ दिनों के लिए मॉनसून सक्रिय नहीं होने वाला है।
कम से कम 7 अगस्त तक हरियाणा के अधिकांश हिस्सों में मौसम लगभग शुष्क बना रहेगा। इस दौरान आंशिक बादल छाने और छिटपुट बारिश होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। 8 अगस्त से मॉनसून की हलचल बढ़ने की संभावना है। उम्मीद कर सकते हैं कि 8 अगस्त से अगले 4-5 दिनों तक हरियाणा के कई भागों में हल्की तथा मध्यम वर्षा होने की संभावना रहेगी। उस दौरान भी भारी से अति भारी वर्षा की संभावना बहुत कम दिखाई दे रही है। परंतु, गर्मी और उमस से कुछ राहत मिल सकती है तथा यह वर्षा फसलों के लिए भी लाभदायक रहेगी।
हरियाणा के किसानों के लिए इस हफ्ते की एड्वाइज़री
मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए किसानों को सलाह है कि खड़ी फसलों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। धान की फसल में पानी के निकासी के दो दिन बाद सिंचाई दें। इस बात का विशेष धायन रखें कि पानी सूखने के कारण खेतों में दरार न उत्पन्न हो। धान की फसल में इस समय लीफ ब्लाइट की समस्या हो सकती है। रोकथाम के लिए मेड़ों पर खरपतवारों को न जमने दें। खरपतवारों के बढ़ने से कपास की फसल में मिली-बग्स का प्रकोप भी बढ़ सकता है, इसलिए कपास के आसपास भी खरपतवारों को न बढ़ने दें।
इस समय बैंगन की फसल में हरा तेला, सफ़ेद मक्खी, गोभ व फल छेदक कीड़े आदि का प्रकोप बढ़ सकता है। इसके नियंत्रण के लिए 300-400 मि.ली. मैलाथियान 50 ई.सी. 200-250 लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें।
अगेती फूलगोभी की फसल की लिए इस समय खेत तैयार किया जा सकता है, इसके लिए प्रति एकड़ खेत में लगभग 20 टन सड़ी खाद मिलाएँ तथा पौधरोपण से पहले 50 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 20 कि.ग्रा. फॉसफोरस तथा 20 कि.ग्रा. पोटाश मिलाकर खेत को समय पर तैयार करें।
वर्षा ऋतु की बैंगन की फसल के लिए खेत की तैयारी करें। इसकी उन्नत किस्मों बीआर-112, हिसार श्यामल व हिसार प्रगति आदि में से बीजो का चुनाव करें। नर्सरी में लगी बैंगन की पौध इस महीने के अंत तक तैयार हो जाएगी। एक एकड़ खेत में लगभग 10 टन गोबर की खाद बिखेर दें और जुताई करें। पौधरोपण से पहले 40 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 20 कि.ग्रा. फोस्फोरस तथा 10 कि.ग्रा. पोटाश प्रति एकड़ दें।
Image credit: DNA India
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