आइए जानते हैं कैसा रहेगा हरियाणा में 12 से 18 अगस्त के बीच एक सप्ताह के दौरान मौसम का हाल।
हरियाणा में मॉनसून का प्रदर्शन इस बार संतोषजनक नहीं रहा है। हरियाणा में सामान्य से 9% कम बारिश हुई है। हालांकि 11 और 12 अगस्त को कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश देखने को मिली है।
बारिश का जो सिलसिला शुरू हुआ है इस सप्ताह भी जारी रहेगा। अनुमान है कि 14-15 अगस्त तक हरियाणा में हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां जारी रहेंगी। 16 अगस्त से हरियाणा में मौसम एक बार फिर शुष्क हो जाएगा तथा दिन के तापमान में वृद्धि होने से गर्मी बढ़ जाएगी।
हालांकि इस सप्ताह कुछ दिनों की बारिश से मॉनसून वर्षा में जो कमी है उसकी भरपाई नहीं कर पाएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि बारिश मुख्यतः हल्की से मध्यम होगी। भारी वर्षा के आसार बहुत कम हैं।
हरियाणा के किसानों के लिए इस हफ्ते की एड्वाइज़री
वर्षा की संभावना को देखते हुए सिंचाई और छिड़काव जैसी गतिविधियों स्थगित न करें। कपास में चित्तीदार सूँडी, गुलाबी सूँडी तथा अमेरिकन सूँडी के नियंत्रण के लिए 600 ग्राम कारबेरिल घुलनशील पाउडर या 500–600 मिली ट्राईएज़ोफॉस 40 ईसी 150-200 ली पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
बैंगन में हरा तेला, सफ़ेद मक्खी, गोभ व फल छेदक के नियंत्रण के लिए 300-400 मि.ली. मैलाथियान 50 ई.सी. 200-250 लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें। गन्ने की फसल में ब्लैक-बग्स की रोकथाम के लिए 350 मि.ली. क्लोरपाइरीफोस 400 लीटर पानी में मिलाकर पत्ती के गब्भे में छिड़कें।
धान की फसल में पर्याप्त नमी बनाए रखें। धान की बौनी बासमती किस्मों में प्रति एकड़ 80 कि.ग्रा. यूरिया तीन खुराक में डालने की आवशयकता होती है, पहली खुराक रोपाई पर, दूसरी रोपाई के 3 सप्ताह बाद व तीसरी रोपाई के 6 सप्ताह बाद दें। लंबी किस्म वाली बासमती धान में 50 कि.ग्रा यूरिया प्रति एकड़ दो बार में डालें पहली खुराक रोपाई के 3 सप्ताह बाद व दूसरी खुराक रोपाई के 6 सप्ताह बाद दें। कद्दू-वर्गीय सब्जियों व भिंडी की फसल लगाने के लिए अभी समय उचित है।
Image credit: India Spend
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