गुजरात का साप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान और फसलों से जुड़ी सलाह। 30 जनवरी से 5 फरवरी 2021 के बीच कैसा रहेगा मौसम और क्या है फसलों से जुड़ी सलाह
गुजरात में इस समय अधिकतम तथा न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे बने हुए हैं तथा कुछ स्थानों पर शीतलहर जारी है। नलिया, पोरबंदर और आसपास के इलाके विषेशरूप से शीतलहर की गिरफ्त में हैं। नलिया में इस समय न्यूनतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री नीचे बने हुए हैं। 24 जनवरी के बाद से ही तापमान में कमी देखी गई है तथा इस समय गुजरात के अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री के नीचे बने हुए हैं। केवल दीसा तथा दक्षिणी जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री के आसपास है।
इस बीच पिछले सप्ताह की तरह ही इस सप्ताह भी समूचे गुजरात में मौसम शुष्क और साफ रहने की संभावना है। 31 जनवरी और 1 फरवरी तक गुजरात में तापमान सामान्य से नीचे ही बने रहेंगे उसके बाद तापमान में हल्की वृद्धि संभव है। इस बार गुजरात में सर्दी का दौर काफी लंबा चला है और आगे भी जारी रहने की संभावना है। कम तापमान इस समय गेहूं की फसल के लिए काफी ज्यादा लाभदायक सिद्ध हो रहा है। 1 फरवरी से तापमान में भले कमी आएगी लेकिन उत्तरी भागों में विशेषकर कच्छ क्षेत्र और उत्तर-पूर्वी भागों में साबरकांठा, बनासकांठा, मेहसाना, पाटन समेत आसपास के इलाकों में पूरे सप्ताह दिन व रात के तापमान सामान्य से नीचे ही बने रहेंगे क्योंकि इन सभी क्षेत्रों में उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलती रहेंगी।
गुजरात के किसानों के लिए फसल सलाह
राजकोट : परपल ब्लोच से प्याज़ के पौधे की ऊपर की पत्तियाँ अगर पीली पड़ रही हों तो मेंकोंज़ेब 27 ग्रा प्रति 10 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। चने में यदि मुरझाने की समस्या हो तो कार्बेण्डाज़िम 10 ग्रा 10 लीटर पानी में मिलाकर डालें।
वडोदरा: रेंड़ी की फसल में यदि मुरझाने की समस्या हो तो साफ नामक दवा 20 ग्रा प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव कर सिंचाई न करें। यदि दाना छेदक कीट का प्रकोप हो तो डाइफेन्थ्युरोन (पोलो) 10 से 15 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
आनंद : कलकत्ती तंबाकू में बेहतर पैदावार के लिए नियमित सिंचाई करें। पत्ती सिकुड़न, जो सफ़ेद मक्खी के कारण होता है, इसके नियंत्रण के लिए ट्राइएज़ोफॉस 15 – 20 मिली प्रति 10 लीटर की दर से छिड़काव करें।
Image credit: The Guardian
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