[Hindi] बिहार का साप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान (14 से 20 मार्च, 2020) और फसल सलाह

March 14, 2020 8:30 AM | Skymet Weather Team

बिहार में 14 से 20 मार्च के बीच यानि एक सप्ताह के दौरान शुरुआती दिनों में होगी बारिश। सप्ताह के मध्य से मौसम हो जाएगा साफ और शुष्क।

बिहार में मार्च महीने में इस बार काफी बारिश हो रही है। 14 मार्च को राज्य के अधिकांश इलाकों में वर्षा होने की संभावना है। अधिक बारिश गया, नालंदा, लखीसराय, नवादा, जमुई, बांका और भागलपुर जैसे दक्षिणी जिलों में हो सकती है। इन भागों में मध्यम से भारी बारिश के साथ तेज़ हवाएँ चलने और बादलों की गर्जना तथा बिजली गिरने जैसी मौसमी गतिविधियां भी हो सकती हैं जिससे न सिर्फ फसलों को बल्कि जान माल को भी नुकसान की आशंका है।

दूसरी ओर पटना, भागलपुर, किशनगंज, चंपारण, सीतामढ़ी, सीवान, छपरा जैसे मध्य और उत्तरी जिलों में 14 मार्च को ही हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। इन भागों में तेज़ हवाएँ चलने और बादलों की गर्जना होने की भी संभावना है।

15 मार्च से बिहार में मौसमी गतिविधियां कम हो जाएंगी। हालांकि एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। 16 से 20 मार्च के बीच बिहार में लगभग सभी स्थानों पर मौसम साफ और शुष्क रहेगा।

बिहार के किसानों के लिए फसल सलाह

16 मार्च के बाद बिहार में मौसम साफ होने के बाद रबी दलहनी फसलें खासतौर पर मसूर, मटर, खेसारी अजर तिलहनी फसलें तीसी, तोरी-सरसों की कटाई कर थ्रैशिंग करके सुरक्षित भंडारण करें।

गरमा फसलों की बुवाई प्रारम्भ करें। बुवाई से पहले ध्यान रखें कि खेत में पर्याप्त नमी हो। गरमा फसल के बीज को 5-6 सें.मी. गहराई में बोएँ। मूंग, उड़द, बोड़ा आदि की बुआई से पहले राइजोबियम कल्चर अवश्य करें। मक्का, ज्वार, तिल, सूरजमुखी, एवं अन्य सब्जी वाली फसलों के लिए एजोटोबैक्टर या एजोस्प्रीलम कल्चर करें।

मिट्टी में फॉस्फोरस की उपलब्धता बढाने के लिए सभी फसलों में पी.एस.बी. कल्चर करें। जैव उर्वरकों के व्यवहार से रासायनिक उर्वरकों की लागत में बचत के साथ उपज में वृद्धि होगी। सर्दियों में बोए गए गन्ने के खेतों में निराई-गुड़ाई और खरपतवार को खेत से अलग करें।

Image credit: The Financial Express

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