पिछले 24 घंटों के दौरान, गंगीय पश्चिम बंगाल और उत्तरी तटीय ओडिशा में तीव्र गरज के साथ वर्षा दर्ज की गई। ये गतिविधियाँ गंगीय पश्चिम बंगाल से तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक तक फैले एक संगम क्षेत्र के कारण थीं।
बंगाल की खाड़ी से आती नम दक्षिण-पूर्वी हवाएँ, उत्तर-पश्चिम से गर्म और शुष्क हवाओं के साथ मिलने पे, गरज-चमक और वर्षा की गतिविधियों का कारण बनेगी।
अब, यह संगम क्षेत्र अगले 24 घंटों तक बने रहने की संभावना है। इसलिए, हम अगले 24 घंटों के दौरान ओडिशा के साथ-साथ गंगीय पश्चिम बंगाल में भी जारी रहने की उम्मीद है। इसके साथ, बिजली तथा तेज़ हवाएँ भी देखने को मिलेंगी।
इसके बाद तीव्रता कम हो जाएगी, हालांकि मौसम पूरी तरह से शुष्क नहीं होगा। छिटपुट गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
प्री-मॉनसून सीज़न के दौरान यह अनुकूल समय है जो इन गतिविधियों को तेज करता है। जब तापमान बढ़ता है और नमी होती है, तो नॉर्टवेस्टर या काल बैसाखी हिंसक हो जाती है।
हमें उम्मीद है कि अप्रैल महीने के दौरान इन गतिविधियों की कुछ और घटनाएं फिर से होंगी। मई के महीने में, इस तरह के एपिसोड की तीव्रता बढ़ते तापमान के साथ और भी अधिक बढ़ने की संभावना है।
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