राजस्थान में जुलाई के अंतिम सप्ताह में बाढ़ की बारिश हुई है। पिछले कुछ दिनों से भी दक्षिण राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। बांसवाड़ा के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। पश्चिमी राजस्थान के लिए मासिक वर्षा का औसत बहुत कम है, लेकिन इस मानसून के मौसम के दौरान राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में अब तक 72 प्रतिशत अतिरिक्त बारिश हुई है। वहीं, पूर्वी राजस्थान में 24 फीसदी सरप्लस है।
जुलाई और अगस्त के दौरान बंगाल की खाड़ी के ऊपर लगभग सभी कम दबाव वाले क्षेत्र पश्चिम दिशा में यात्रा कर गुजरात और दक्षिण राजस्थान तक पहुंच गए हैं। यही कारण है कि दक्षिण-पश्चिम दक्षिण और दक्षिणपूर्व राजस्थान में भारी बारिश हो रही है।
राजस्थान पर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और आज शाम तक कमजोर होकर निम्न दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। 17 अगस्त तक दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में छिटपुट वर्षा हो सकती है। 18 से 20 अगस्त के बीच राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है।
एक अन्य मौसम प्रणाली के दृष्टिकोण के साथ राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में 21 अगस्त तक बारिश फिर से शुरू हो सकती है। इसके बाद राज्य के कई अन्य जिलों में भी छिटपुट बारिश होने लगती है। राजस्थान के लिए बारिश के लिहाज से यह मानसून काफी अच्छा नजर आ रहा है।