स्काइमेट ने जैसा अनुमान लगाया था, पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में अधिकांश स्थानों पर बारिश हुई है। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में भी एक-दो जगहों पर गरज के साथ वर्षा की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
विदर्भ के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा भी हुई है। ब्रह्मपुरी में 26 मिमी, वर्धा में 24 मिमी, नागपुर और जलगांव में 6-6 मिमी जबकि छिंदवाड़ा और परभणी में 5-5 मिमी बारिश हुई। अकोला में भी 4 मिलिमीटर वर्षा 24 घंटों की अवधि में देखने को मिली है।
मध्य भारत पर एक कोन्फ़्लुएन्स ज़ोन बना हुआ है। साथ ही बंगाल की खाड़ी पर बने विपरीत चक्रवाती क्षेत्र के कारण बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाएं मध्य भारत के भागों में खासतौर पर विदर्भ, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर पहुंच रही हैं।
English Version: Rains to continue in Madhya Pradesh, Chhattisgarh and Vidarbha
हमारा अनुमान है कि अगले 2-3 दिनों के दौरान भी स्थितियाँ ऐसी ही बनी रहेंगी जिसके कारण विदर्भ, मध्य प्रदेश के दक्षिण और पूर्वी हिस्सों तथा छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर बारिश जारी रह सकती है।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, बेतुल, होशंगाबाद, उमरिया, दमोह, जबलपुर और मंडला में बारिश जारी रहेगी। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में नागपुर, अमरावती, अकोला, ब्रह्मपुरी और चंद्रपुर जैसे स्थानों पर भी बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। छत्तीसगढ़ के रायपुर और बिलासपुर में अगले दो से तीन दिनों तक बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं।
फसलों को नुकसान की आशंका
पिछले दो हफ्तों की तरह ही पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में फसलों को इस बारिश के कारण खेती को नुकसान की आशंका है।
दूसरी ओर महाराष्ट्र के मध्य महाराष्ट्र क्षेत्र और गुजरात तथा उत्तरी मध्य प्रदेश में मौसम पहले की तरह ही शुष्क बना रहेगा। इन भागों में तेज़ धूप के कारण दिन के तापमान में क्रमशः वृद्धि जारी रहेगी।
Image credit: Hero Miles
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