बिहार में 21 से 27 मार्च 2020 के एक सप्ताह के दौरान अधिकांश समय मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि राज्य के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी भागों में 21 और 22 मार्च को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ बिजली गिरने की घटनाएँ भी हो सकती हैं।
गया, नवादा, जमुई, बांका, नालंदा, भागलपुर, कटिहार, पुर्णिया, किशनगंज, अररिया, नालंदा, मुंगेर, औरंगाबाद, रोहतास, भभूय और आसपास के ज़िले प्रभावित हो सकते हैं। इन भागों में फसलों को भी इस बेमौसम बरसार से कुछ नुकसान की आशंका है।
दूसरी ओर पटना, सीवान, सीतामढ़ी, चंपारण, मधुबनी जैसे उत्तर-पश्चिमी बिहार में इस सप्ताह मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि पटना, सीवान, वैशाली, बेगूसराय, समस्तीपुर जैसे मध्य भागों में भी आंशिक बादल दिखाई दे सकते हैं और कहीं-कहीं पर बूँदाबाँदी या हल्की वर्षा की संभावना से इंकार नहीं कर सकते।
बिहार के किसानों के लिए फसल सलाह
जिन इलाकों में वर्षा होने और बिजली गिरने का अनुमान है। वहाँ के किसान काटी गई फसलों की सुरक्षा के उपाय करें। शुष्क रहने वाले इलाकों में किसान कटाई, खेतों की तैयारी, सिंचाई, बुवाई जैसे कार्यों को जारी रखें।
किसानों को सलाह है कि 21 मार्च के पहले तैयार सरसों की कटाई व झड़ाई का काम पूरा कर लें। पिछले दिनों वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में जो रबी फसलें बच गई हैं और इस समय कटाई लायक हो चुकी हैं, उनकी कटाई कर सुरक्षित स्थान पर रख लें।
गेहूं की फसल में अगर ब्राउन या ब्लैक रस्ट रोग लगा हो तो 1 ग्राम कार्बेण्डाजिम या प्रोपिकोनाजोल को प्रति लीटर पानी की दर से घोल कर साफ मौसम में छिड़काव करें। रबी फसलों की क्षति पूर्ति हेतु सरकार द्वारा इनपुट सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। किसान भाइयों को सलाह है कि अपने प्रखंड/पंचायत के स्थानीय अधिकारियों/ कर्मियों से संपर्क कर इसके लिए आवेदन करें। आवेदन करने की अंतिम तिथि 23-मार्च है।
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