[Hindi] वैष्णो देवी, केदारनाथ, बद्रीनाथ, शिमला, देहारादून सहित पहाड़ों पर जाने के लिए अच्छा मौसम

September 27, 2018 4:47 PM | Skymet Weather Team

मॉनसून का आखिरी महीना भी बीतने वाला है। पहाड़ों पर पिछले दिनों की भीषण बारिश के बाद अब मौसम शुष्क और साफ हो गया है। अगले कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड तक मौसम में हलचल की संभावना फिलहाल नहीं है। हालांकि ऊंचे स्थानों पर 22 से 24 सितंबर के बीच बारिश के साथ हुई बर्फबारी का असर अभी कुछ दिनों तक बना रहेगा।

पिछले 24 घंटों के दौरान कूकेरनाग में 1.8 डिग्री और लेह में 2.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। यानि घाटी में रात और सुबह में अच्छी ठंड का एक झोंका आ गया है। अब मौसम शांत होने के कारण यानि बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण फिर से बदलाव होगा। दिन में खिली धूप निकलेगी और बर्फ भी पिघलेगी इसके चलते रात के तापमान में हल्की वृद्धि दर्ज किए जाने की उम्मीद भी है। तीनों राज्यों में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास रिकॉर्ड किया जा रहा है, जो धीरे-धीरे बढ़ेगा।

अब पश्चिमी शुष्क हवाओं के बीच तीनों पहाड़ी राज्यों में अधिकतम तापमान 21 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जाएगा। न्यूनतम तापमान अधिकांश जगहों पर 8 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।

पहाड़ों पर इस समय कोई सक्रिय मौसमी सिस्टम नहीं है। मॉनसून ट्रफ हिमालय के तराई क्षेत्रों में ज़रूर ठहर गई है लेकिन लंबे समय से यह निष्प्रभावी बनी हुई है और आगे भी बनी रहेगी। इस बीच एक पश्चिमी विक्षोभ आता दिखाई दे रहा जो इस समय उत्तरी अफगानिस्तान पर है। हालांकि यह बेहद कमजोर है जिससे अगले लगभग एक सप्ताह तक पहाड़ी वादियों के मौसम में विशेष तब्दीली होती दिखाई नहीं दे रही है।

स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी एक सप्ताह तक वैष्णो देवी, केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री सहित पहाड़ी स्थानों पर स्थित पवित्र तीर्थ स्थानों के भ्रमण के लिए यह समय उपयुक्त रहेगा। साथ ही सैलानी भी पहाड़ों का रुख कर सकते हैं। पहाड़ों का खूबसूरत नज़ारा आपको ठिठकने के लिए विवश करेगा। लेकिन जाने से पहले आपको पहले से ही रास्तों की वर्तमान स्थिति और जहां आप जा रहे हैं वहाँ की स्थिति के बारे में जानकारी जुटाना ठीक रहेगा क्योंकि 22 से 24 सितंबर की मूसलाधार बारिश और बर्फबारी के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था। कई रास्ते भूलस्खलन के कारण बंद कर दिये गए थे।

Image credit: Zeropoint 

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