लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ ने 9 से 14 जनवरी के बीच पश्चिमी हिमालय पर व्यापक बारिश और बर्फ़बारी दी है। गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बर्फ़बारी हुई है। कुल्लू, मनाली और शिमला में भी सीजन की पहली बर्फ़बारी दर्ज की गई। मैदानी इलाकों में बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग इलाकों में हल्की बारिश हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ दूर जा रहा है और प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र जो राजस्थान के उत्तरी भागों पर बना हुआ है, भी दूर हो जाएगा जिससे स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पश्चिमी सामान्य प्रवाह के बीतने के साथ उत्तर-पश्चिम भारत में उत्तर और उत्तर-पश्चिमी बर्फीली ठंडी हवाओं का प्रवाह फिर से शुरू हो गया है। राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों में पहले ही तापमान में गिरावट देखी जा चुकी है। बीते राजस्थान में शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है। अब ये ठंडी हवाएं पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में चलेंगी, जिससे एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
दिल्ली का न्यूनतम पारा 3 और 4 डिग्री तक आ सकता है। पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के न्यूनतम तापमान 18 जनवरी से बढ़ने लगेंगे और उत्तर पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में 19 जनवरी से तापमान में वृद्धि देखी जाएगी। तापमान में वृद्धि का कारण ताजा पश्चिमी विक्षोभ होगा जो 19 जनवरी से पश्चिमी हिमालय तक पहुंच जाएगा।