देश के मध्य हिस्सों में इस समय प्री-मॉनसून वर्षा हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के कई इलाकों, विदर्भ के तमाम क्षेत्रों और छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की से मध्यम प्री-मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की गई है। मौसम का हाल आगे भी ऐसा ही बना रहेगा, क्योंकि एक ट्रफ रेखा उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से विदर्भ और मराठवाड़ा होते हुए कर्नाटक तक बनी है।
ट्रफ के प्रभाव से ही मध्य भारत के भागों पर कई इलाकों में आर्द्र हवाएं बढ़ गई हैं। इन्हीं हवाओं के कारण बारिश हुई है और अनुमान है कि पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में आज भी कई जगहों पर तेज हवाओं और बादलों की प्रचंड गर्जना के साथ मध्यम से तेज बौछारें गिर सकती हैं। मध्य भारत के इन भागों में कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि होने की भी आशंका है। दक्षिणी और पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है।
बारिश के बाद भी दिखा लू का प्रकोप
आपको बता दें कि बारिश शाम के समय देखने को मिली है इसके चलते गर्मी से दिन में लोगों को कोई राहत नहीं मिली। नीचे दिए गए टेबल में देख सकते हैं कि 18 अप्रैल को देश के मध्य भागों में लू जैसे हालात रहे।
किन भागों में नहीं होगी बारिश
गुजरात में आंशिक बादल छा सकते हैं। लेकिन गुजरात में बारिश के आसार फिलहाल नहीं है। मुंबई समेत दक्षिणी कोकण गोवा से लेकर उतरी कोकण गोवा क्षेत्र तक मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क बना रहेगा। इन भागों में तापमान में भी कोई खास परिवर्तन नहीं होगा। बल्कि गर्मी बरकरार रहेगी।
20 अप्रैल को यानि कल मध्य भारत के भागों में मौसमी हलचल कम हो जाएगी। हालांकि ग्वालियर, मुरैना और दतिया समेत उत्तरी मध्य प्रदेश में एक-दो जगहों पर गरज के साथ वर्षा की गतिविधियां जारी रहेंगी। इसके अलावा बाकी क्षेत्रों में मौसम साफ होगा। 21 और 22 अप्रैल को समूचे मध्य भारत में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
बारिश का अगला स्पेल मध्य भारत में 23 को आ सकता है। जबकि 23 और 24 अप्रैल को एक बार फिर से प्री-मॉनसून वर्षा की गतिविधियां मध्य भारत के भागों में कई जगहों पर देखने को मिल सकतीं हैं।
Image credit: Daily Bhaskar
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।