अभी मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर में हिमालय की तलहटी की ओर स्थानांतरित हो गई है, जो की पंजाब से उत्तर प्रदेश होते हुये असम तक जा रही है।
इस वजह से, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में बारिश कम हो गई है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में अलग - अलग जगहों पर, इसके अलावा पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में छुटपुट बारिश हुई है।
फिलहाल हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी हवाएं बह रही हैं। इसके मद्देनजर, हमे उम्मीद है कि कम से कम अगले 2 से 3 दिनों तक उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में उमस भरा मौसम जारी रहेगा।
[yuzo_related]
इस दौरान, उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में इजाफ़ा दर्ज किया जायेगा और तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा, लेकिन 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहने की संभावना है। फिर भी, अलग- अलग जगहों पर धूल भरी आंधी या गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं, लेकिन इससे वहां रह रहे लोगों को गर्मी से कोई राहत नहीं मिलेगी।
स्काईमेट वेदर के अनुमान के मुताबिक 10 जुलाई के आसपास उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में मानसून की सरगर्मियां फिर से बढ़ने की उम्मीद है। उसके बाद बारिश में धीरे धीरे इजाफ़ा होगा जिससे एक बार फिर से तापमान में गिरावट आयेगी। उस दौरान मौसम भी खुशगवार बना रहेगा।
Image Credit: Indian Express
Any information taken from here should be credited to skymetweather.com