दिल्ली के पास बनी मॉनसून के अक्षीय रेखा उत्तर में हिमालय के तराई क्षेत्रों के करीब चली गई है जिससे दिल्ली में अब मॉनसूनी बारिश में कमी आ गई है। बारिश घटने और बादल छँटने के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में गर्म और शुष्क मौसम की वापसी हो रही है। स्काइमेट के अनुसार दिल्ली में मौसम में इस तब्दीली के चलते आने वाले कुछ दिनों के दौरान दिल्ली के लोगों को गर्म और उमस परेशान कर सकती है। बुधवार को हुई भारी बारिश के बाद बृहस्पतिवार की सुबह 8:30 बजे से आज सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटों के दौरान दिल्ली के पालम केंद्र पर 19 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसी दौरान सफदरजंग में भी 6 मिलीमीटर बारिश हुई।
दिल्ली में मौसम में इस बदलाव के लिए मॉनसून की अक्षीय रेखा का उत्तरवर्ती होने के साथ-साथ दिल्ली के दक्षिण में बने सिस्टमों का कमजोर होना भी है। हरियाणा और उससे सटे भागों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है। अगले कुछ दिनों के दौरान दिल्ली को कोई विशेष मौसमी सिस्टम प्रभावित करने वाला नहीं है जिससे राष्ट्रीय राजधानी में बारिश के विशेष आसार नहीं हैं। हालांकि स्थानीय मौसमी हलचलों के चलते हल्की फुहारों के एक-दो झोंकों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
बारिश के अभाव में राजधानी दिल्ली सहित आसपास के शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की जाएगी जो अच्छी बारिश के चलते गिरकर सामान्य से नीचे चले गए थे। तापमान में बढ़ोत्तरी के अलावा वातावरण में मौजूद नमी के कारण उमस भी बरकरार रहेगी। अधिक तापमान और ऊँची आर्द्रता के कारण मौसम असहज करने वाला होगा। बृहस्पतिवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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