दिल्ली में सितंबर की शुरुआत के कुछ दिनों के बाद से ही बारिश का नामो-निशान दिखाई नहीं दे रहा है। दिल्ली और आसपास के शहरों में बीते कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। अगस्त के आखिरी 3-4 दिनों के दौरान मॉनसून की अच्छी मेहरबानी राष्ट्रीय राजधानी में रही। अगस्त में 29 तारीख से 31 तारीख तक दिल्ली बारिश की गिरफ्त में थी। इसी दौरान भारी बारिश हुई। जबकि सितंबर के शुरुआती 2-3 दिनों के दौरान हल्की बौछारें दर्ज की गईं।
उत्तर भारत में दिल्ली के पास बनी मॉनसून की अक्षीय रेखा के और उत्तरी क्षेत्रों में, यानि हिमालय के तराई वाले भागों में चले जाने और हवाओं के रूख में बदलाव आने के चलते दिल्ली और आसपास के शहरों में मॉनसूनी बारिश का सिलसिला थम गया। इस समय दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह बना हुआ है। जिससे वातावरण में नमी में कमी आ गई है क्योंकि पश्चिम से आने वाली हवाएँ आमतौर पर शुष्क होती हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगले 3-4 दिनों तक बारिश के विशेष आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आ रहा। इस सिस्टम के प्रभाव से दिल्ली और इससे सटे शहरों में 12 और 13 सितंबर को हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। लेकिन बारिश का यह दौर छिटपुट और बहुत कम समय के लिए होगा।
इस संभावित बारिश से दिल्ली में बारिश के आंकड़ों में किसी विशेष सुधार की गुंजाइश कम ही है। मॉनसूनी बारिश के मामले में दिल्ली पिछड़ रही है। दिल्ली में सितम्बर में औसतन 149.8 मिलीमीटर बारिश सामान्य बारिश मानी जाती है। जबकि अब तक राजधानी ने 69 मिलीमीटर रिकॉर्ड की है।
अगले कुछ दिनों के दौरान आसमान साफ और मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा। अधिकतम तापमान भी 35 के आसपास बना रहेगा। जिससे दिन में गर्मी परेशान करेगी। जबकि न्यूनतम तापमान इस समय सामान्य से कुछ नीचे चल रहा है। साथ ही पश्चिम से आने वाली शीतल हवाओं के चलते सुबह खुशनुमा बनी रहेगी।
Image credit:
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।