दिल्ली सहित उत्तर भारत में पिछले दो दिनों से प्री-मॉनसून हलचल के लिए मौसम अनुकूल बना हुआ था। जैसा कि स्काईमेट ने अनुमान लगाया था, रविवार को दोपहर के बाद अचानक मौसम ने करवट ली और दिल्ली तथा इससे सटे शहरों में भीषण आँधी-तूफान के साथ कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की गई। तूफान के समय हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रतिघंटे से भी ऊपर पहुंच गई थी। तूफानी हवाओं के कारण कई जगहों पर बिजली के खंभे गिर गए, पेड़ उखड़ कर सड़कों पर आ गए। इन दुर्घटनाओं में दिल्ली में कई लोगों के जख्मी होने और दो लोगों की मौत होने की भी ख़बर है।
कल दोपहर में राजधानी में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका था जो बारिश और तेज़ हवाओं के प्रभाव से मौसम के बदलते ही लगभग 15 डिग्री गिरकर 25 डिग्री सेल्सियस आ गया। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ एवीएम जीपी शर्मा के अनुसार मई महीने में आमतौर पर 6 बार प्री-मॉनसून गतिविधियां देखने को मिलती हैं। अभी पहला पखवाड़ा बीता नहीं है और तीन बार प्री-मॉनसून हलचल दिल्ली में हो चुकी है। दिल्ली में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के पास बना हुआ है और इस सिस्टम के प्रभाव से एक चक्रवाती क्षेत्र हवाओं में विकसित हुआ है जो उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी राज्य पर है। इसके अलावा एक ट्रफ रेखा भी दिल्ली के पास से पूर्वी भारत तक बनी हुई है। इन सिस्टमों के प्रभाव से मौसम में यह तब्दीली हुई है। यह सिस्टम अभी भी सक्रिय हैं जिसके चलते दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, पलवल, मेरठ और करनाल में अगले 24 घंटों तक प्री-मॉनसून हलचल की संभावना बनी रहेगी।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि इन भागों में पूर्वी आर्द्र हवाएँ भी चलती रहेंगी। शाम के समय धूल भरी आंधी और गर्जना के साथ कहीं हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। कुछ इलाकों में थोड़े समय के लिए हवा तेज़ रफ्तार से चल सकती है। हालांकि इन गतिविधियों की तीव्रता कल जैसी नहीं होगी। प्री-मॉनसून हलचल कभी-कभी भयानक रूप ले लेती है। जिससे लोगों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए अगर आप बाहर हों और मौसम बिगड़े तो सावधान रहें।
कल से यह सिस्टम कमजोर हो जाएंगे जिससे मौसम साफ होने की संभावना है। तापमान भी तेज़ी से ऊपर जाएंगे और फिर से अगले कुछ दिनों के लिए लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
Image credit: Hindustan Times
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