बीते कुछ समय से मॉनसून की सक्रियता देश के मध्य भागों और पश्चिमी तटों पर देखने को मिल रही है। इस समय झारखंड और आसपास के हिस्सों पर एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है जो धीरे-धीरे पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके चलते मध्य भारत के दोनों राज्यों मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश दर्ज की जाएगी। बारिश की शुरुआत पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से होगी।
स्काइमेट के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत के अनुसार झारखंड पर बना चक्रवाती सिस्टम जैसे-जैसे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर बढ़ेगा दोनों राज्यों में बंगाल की खाड़ी से मध्यम आर्द्र हवाओं का प्रवाह बढ़ जाएगा। इसके चलते मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों और छत्तीसगढ़ में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 19 से 21 सितंबर के बीच कई जगहों पर कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। इस दौरान छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, भिलाई सहित अन्य उत्तरी और मध्य भागों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी। रीवा, सतना, सीधी, कटनी, खजुराहो और सिंगरौली सहित मध्य प्रदेश के अन्य पूर्वी हिस्सों में भी हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी मॉनसूनी वर्षा देखने को मिल सकती है। देश भर में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
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मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में बारिश पहले से ही हो रही है। चक्रवाती सिस्टम के पश्चिमी पर पहुंचने के बाद बारिश में और वृद्धि होगी। हमारा अनुमान है कि 21 सितंबर से पश्चिमी मध्य प्रदेश में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश में कमी आएगी। मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी जिलों में 21 और 22 सितंबर को कुछ स्थानों पर भीषण मॉनसून वर्षा होने की संभावना है, जिससे बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं।
दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में मुख्यतः इंदौर, देवास, खरगौन, धार, शाजापुर, उज्जैन, भोपाल, सीहोर, हरदा और आसपास के भाग प्रभावित हो सकते हैं। इन भागों में 21 और 22 तारीख को मूसलाधार वर्षा के चलते कहीं-कहीं जलभराव और बाढ़ जैसी स्थितियाँ भी पैदा होने की आशंका है। ग्वालियर, रतलाम और गुना जैसे उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में भी कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मध्य प्रदेश में 22 सितंबर के बाद बारिश काफी कम हो जाएगी।
Image credit: Nai Dunia
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