उत्तर प्रदेश में इस साल मॉनसून का आगमन देरी से हुआ लेकिन आगमन के बाद से राज्य के अधिकांश भागों में रुक-रुक अच्छी मॉनसून वर्षा देखने को मिली। विशेष बारिश उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में हुई। इन क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। अगस्त महीने में उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में मूसलाधार वर्षा हुई है।
राजधानी लखनऊ में अगस्त में 213.7 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन इस साल अगस्त में 642 मिलीमीटर यानि लगभग सामान्य से तीन गुना अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसी तरह बरेली में इस महीने में 310 मिलीमीटर वर्षा होती है जबकि 1000.5 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य से तीन गुना से भी ज़्यादा है।
इन दोनों जिलों के अलावा राज्य के अन्य कई शहरों में भी अगस्त में दूसरे और चौथे सप्ताह में सबसे ज़्यादा बारिश हुई। इन जिलों में भीषण वर्षा 10 और 13 अगस्त के बीच हुई। उसके बाद 23 से 25 अगस्त के बीच मूसलाधार वर्षा दर्ज की गई। राज्य पर अभी भी मॉनसून का ज़ोर जारी है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर प्रदेश से होकर गुज़र रही है। जिसके चलते लखनऊ, बरेली सहित अन्य शहरों में सितंबर के वर्तमान सप्ताह में भी रिकॉर्ड तोड़ बारिश जारी रहने की संभावना है। भारी बारिश के कारण राज्य के अधिकांश इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रहेगी।
बरेली, बदायूं, शाहजहाँपुर, मुरादाबाद सहित आसपास के भागों कई में नदियां उफान पर हैं। साथ ही भारी बारिश के कारण अधिकांश इलाके जलमग्न हैं। सितंबर के पहले सप्ताह में इस कहानी में कोई बदलाव होता दिखाई नहीं दे रहा है।
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