उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बना डीप डिप्रेशन धीरे-धीरे डिप्रेशन के रूप में उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगा। छत्तीसगढ़ के कई जिलों के साथ-साथ मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में पहले ही भारी बारिश दर्ज की जा चुकी है।
अंबिकापुर में 106 मिमी, बिलासपुर में 88, पेंड्रा रोड में 81, माना में 75, दुर्ग में 67 और जगदलपुर में 17 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी तरह मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में जबलपुर में 112 मिमी, दमोह में 76, सतना में 75, मलांझखंड में 99, सागर में 46, टीकमगढ़ में 38, पचमढ़ी में 23, होशंगाबाद में 24 और बैतूल में 23 मिमी बारिश दर्ज की गई।
हमारा अनुमान है कि अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। छत्तीसगढ़ में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। 4 अगस्त के बाद छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी लेकिन मध्य प्रदेश में कम से कम अगले दो दिनों तक बारिश जारी रहेगी। मध्य प्रदेश के ग्वालियर, शिवपुरी, टीकमगढ़, विदिशा, रायसेन, भोपाल, सागर, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर और दमोह में भारी बारिश हो सकती है।
5 मई से मध्य प्रदेश में बारिश धीरे-धीरे कम हो जाएगी। हालाँकि राज्य के उत्तरी जिलों जैसे दतिया, टीकमगढ़, ग्वालियर और शिवपुरी में अगले 24 घंटों तक मध्यम बारिश जारी रह सकती है। हमें 6 से 10 अगस्त के बीच मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में किसी महत्वपूर्ण मौसम गतिविधि की उम्मीद नहीं है।