मॉनसून की अक्षीय रेखा अब उत्तर प्रदेश पर है। यानी मॉनसून का मुख्य केंद्र बिंदु होने के कारण उत्तर प्रदेश अगले कुछ दिनों तक अच्छी वर्षा का दीदार करेगा। खासतौर पर पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 6 जुलाई तक मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। उसके पश्चात वर्षा में कुछ कमी आएगी। इस दौरान वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ और इलाहाबाद जैसे कई इलाकों में मुसलाधार वर्षा का अनुमान लगाया जा रहा है।
इस मॉनसून सीजन में उत्तर प्रदेश बारिश के मामले में पिछड़ रहा है। अब तक उत्तर प्रदेश का पूर्वी हिस्सा सूखा रहा है। यहां पर मॉनसून सीजन शुरू होने के बाद 1 जून से 1 जुलाई के बीच बारिश सामान्य से 53 प्रतिशत कम हुई है। लेकिन बीते 24 घंटों में यहाँ मॉनसून आगे बढ़ने के साथ ही काफी सक्रिय भी हो गया है जिससे कई इलाकों में लगातार अच्छी वर्षा हो रही है।
[yuzo_related]
वाराणसी में बीते 24 घंटे के दौरान 102 मिलीमीटर की भारी बारिश हुई। गाजीपुर में 49 मिलीमीटर, कानपुर में 64 मिलीमीटर, बरेली में 67 मिलीमीटर, पंतनगर में 48 मिलीमीटर, मुरादाबाद में 64 मिलीमीटर और अलीगढ़ में 13 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर प्रदेश पर होने और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा इससे सटे बिहार पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते लगातार वर्षा की गतिविधियां बनी रह सकती हैं।
मॉनसून सीजन शुरू होने के बाद से ही बारिश की कमी से जूझ रहे पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 4-5 दिनों की संभावित बारिश से पानी की कमी की भरपाई हो सकती है। 6 जुलाई के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश में कुछ कमी आने का अनुमान है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का जिक्र करें तो यहां पर भी 5 जुलाई तक मध्यम वर्षा होने की संभावना है। उसके पश्चात् बारिश में कमी दर्ज की जाएगी।
Image credit: Laurence Ourace
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।