उत्तराखंड को भीषण बारिश और बाढ़ जैसी विभीषिका से राहत मिले अभी एक सप्ताह भी नहीं हुए हैं। कुछ दिनों पूर्व तक उत्तराखंड में व्यापक रूप में मॉनसूनी बारिश के चलते आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ था। ज़मीन खिसकने, नदियों में पानी के उफान मारने जैसी अनेक स्थितियाँ लोगों के लिए प्रतिकूल बन गई थीं। इस दौरान राज्य के कई लोगों की जान भी चली गई।
चार धाम यात्रा पर भी इस बारिश का बुरा असर पड़ा था। स्कूलों को कई दिनों के लिए बंद करना पड़ा था। हालांकि बीते 4-5 दिनों से उत्तराखंड में मौसम साफ बना हुआ है और बारिश में व्यापक रूप में कमी देखने को मिली है। बीते 3 दिनों के दौरान अधिकांश इलाकों में महज़ हल्की बारिश दर्ज की गई जबकि कुछ भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क ही बना रहा। बारिश थमने के चलते आम जन-जीवन को फिर से पटरी पर लाने में मदद मिली।
लेकिन एक बार फिर से समय आ गया है कि उत्तराखंड के लोग सतर्क हो जाएँ क्योंकि यहाँ अच्छी बारिश के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनती हुई दिखाई दे रही हैं। उत्तराखंड में एक बार फिर से भारी बारिश होने की संभावना है। आज से बारिश की गतिविधियां शुरू होंगी और 23 जुलाई यानि कल तक भारी वर्षा जारी रह सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं भीषण बारिश की भी आशंका बनी हुई है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई क्षेत्रों के करीब बनी हुई है। इसके चलते उत्तराखंड में भारी वर्षा होने के आसार हैं। व्यापक बारिश की स्थिति में उत्तर भारत के इस पर्वतीय राज्य में अनेक जगहों पर भू-स्खलन की घटनाएँ होती हैं जिससे जान-माल को नुकसान पहुंचता है। वर्तमान मौसमी परिदृश्य को देखते हुए आगामी 48 घंटों के दौरान राज्य में कई स्थानों पर लोगों को ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए स्काइमेट का सुझाव है कि लोग इस दौरान सतर्कता बरतें, क्योंकि 48 घंटों के बाद भी मौसम के पूरी तरह से साफ हो जाने की संभावना फिलहाल नहीं है।
इस समय तक उत्तराखंड में सामान्य से 15 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है। आगामी बारिश के दौर से उम्मीद है कि राज्य में यह आंकड़ा और ऊपर जाएगा, जिससे उत्तराखंड जल्द ही सामान्य से अधिक वर्षा की श्रेणी वाले स्थानों में शुमार होगा।
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