सर्दी का मौसम विदा हो रहा है और पहाड़ों पर बर्फबारी का सिलसिला लगता है अब शुरू हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से उत्तर के पहाड़ों पर बादल बने हुए हैं और छिटपुट वर्षा व बर्फबारी हो रही है। इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पूर्वी भागों के पास से गुज़र रहा है। इसके प्रभाव से तीनों पर्वतीय राज्यों में बादलों का डेरा है।
स्काइमेट के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ और सेवानिवृत्त एवीएम जीपी शर्मा के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट जगहों पर वर्षा और 10 हज़ार फिट से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी जारी रह सकती है। अनुमान है कि यह गतिविधियां तीनों पर्वतीय राज्यों के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में देखने को मिलेंगी। दिल्ली में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
एवीएम शर्मा का यह भी कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ बहुत अधिक प्रभावी नहीं है जिससे बारिश या बर्फबारी बहुत अधिक नहीं होगी। अगले 24 घंटों में यह सिस्टम और पूर्वी दिशा में निकल जाएगा जिसके चलते गतिविधियां शांत हो जाएंगी। हिमाचल और उत्तराखंड में छाए बादलों के कारण दिन का तापमान बढ़ेगा नहीं और सामान्य से नीचे बना रहेगा। दूसरी ओर न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है।
उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में अगले 24 से 48 घंटों के बाद से मौसम साफ हो जाएगा और ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ प्रभावी होंगी जिससे रात के तापमान में गिरावट होगी और दिन में पारा ऊपर जाएगा। यानि सर्दियाँ अभी जल्द विदा नहीं होने वाली। वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए वर्तमान सप्ताह अनुकूल रहने वाला है। इस सप्ताह के के आखिर तक कटरा सहित वैष्णो देवी में मौसम शुष्क ही बना रहेगा।
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इसके अलावा एक नया पश्चिमी विक्षोभ 10-11 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पास दस्तक देगा। वर्तमान आंकलन के अनुसार आगामी सिस्टम काफी सक्षम होगा जो तीनों पर्वतीय प्रदेशों को अच्छी वर्षा और बर्फबारी दे सकता है। कश्मीर से उत्तराखंड तक 10 से 14 फरवरी के बीच अच्छी बर्फ गिरने का अनुमान है। इस दौरान शिमला, मनाली, धर्मशाला, कुल्लू, पलगाम जैसे सभी लोकप्रिय हिल स्टेशनों पर सैलानियों को गिरती हुई बर्फ के प्रकृतिक सौन्दर्य को देखने का पूरा मौका मिलने की संभावना है।
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