आमतौर पर, सर्दियों के महीनों के दौरान, पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों तथा तराई हिस्सों में हल्की बारिश होती है। पिछले 24 घंटों के दौरान, राज्य के पूर्वी हिस्सों में छिटपुट बारिश हुई। हालांकि, उत्तर प्रदेश में सर्दियों में समग्र वर्षा की मात्रा बहुत कम है।
इस समय, पूरे उत्तर प्रदेश में दिन और रात के तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिक दर्ज किए जा रहा है।
उल्लेखनीय रूप से बारिश में कमी के कारण, राज्य में इस बार कोहरा काफी कम मात्र में देखने को मिला। कम वर्षा वाले दिन कम आर्द्रता में परिवर्तित हो जाते हैं जो कोहरे के निर्माण के लिए आवश्यक है। हालांकि कुछ जगहों पर कुछ अवसरों पर घना कोहरा देखा गया, लेकिन यह लंबे समय तक नहीं रहा।
कोहरे में कमी के कारण, दिन के तापमान में वृद्धि देखी गयी, इसलिए पूरे मौसम में ‘ कोल्ड डे ’की स्थिति भी अनुपस्थित रही।
अब, उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं ने एक बार फिर से उत्तर प्रदेश का रुख किया है, जिसके परिणामस्वरूप पश्चिमी भागों में जैसे बरेली, मेरठ, मुजफ्फरनगर में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। धीरे-धीरे पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश में भी तापमान गिरने की उम्मीद है।
कम से कम अगले एक सप्ताह तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। जिसके बाद 21 जनवरी के आसपास पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश शुरू होने की उम्मीद है। धीरे-धीरे केंद्रीय जिलों में भी बारिश होने की संभावना है। यह बारिश का दौर 24 जनवरी तक जारी रहेगा।
बारिश का कारण राजस्थान पर बना एक हवाओं का चक्रवात है, जो कि धीरे धीरे पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगा। इस बारिश के बाद, आर्द्रता बढ़ने का अनुमान है, जिसके चलते कोहरा देखा जा सकता है। गौर करें कि यह इन सर्दियों कि पहली बारिश होगी।
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