देश के प्रमुख कृषि राज्यों में से एक उत्तर प्रदेश में इस बार के मॉनसून सीज़न में सामान्य के आसपास बारिश हुई है। लेकिन मॉनसून के असंतुलित प्रदर्शन के कारण राज्य के किसान परेशान होते रहे हैं। शुरुआत में यानि जून में समूचा राज्य लगभग सूखा रहा था। उसके बाद जुलाई और अगस्त में उत्तर प्रदेश के कई शहरों को भीषण बाढ़ का सामना करना पड़ा।
इस बीच राज्य के पूर्वी भागों से पश्चिमी इलाकों तक बारिश होने की संभावना दिखाई दे रही है। इस समय बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है, जो आने वाले दिनों में और प्रभावी होकर निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह डिप्रेशन का भी रूप ले सकता है। यह सिस्टम उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ेगा और मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान पर जाएगा। साथ ही उत्तर भारत में एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ भी इसी दौरान आएगा।
इन सिस्टमों के कारण उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अगले कुछ दिनों के दौरान यानि 20 सितंबर से 25 सितंबर के बीच बारिश होने की संभावना है। शुरुआत 20 सितंबर से पूर्वी उत्तर प्रदेश से होगी और धीरे-धीरे मध्य तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहरों में भी बारिश सिलसिला शुरू होगा। हालांकि वाराणसी, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, जौनपुर, कानपुर, सुल्तानपुर, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी सहित लखनऊ से पूरब में स्थिति जिलों में 20 से 23 सितंबर के बीच हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
दूसरी ओर लखनऊ से लेकर सहारनपुर तक यानि मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला 23 से 25 सितंबर के बीच देखने को मिलेगा। इन भागों में वर्षा की गतिविधियां पूर्वी उत्तर प्रदेश की तुलना में अधिक होंगी। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, बदायूं, मुजफ्फरपुर, मेरठ, अलीगढ़, सहारनपुर और आसपास के शहरों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। इसमें भी उत्तराखंड से सटे भागों में 23 और 24 सितंबर को भीषण बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा होने की आशंका है।
इस समय खरीफ की ज़्यादातर फसलें पक कर कटने को तैयार हो रही हैं। ऐसे में हल्की से मध्यम बारिश इन फसलों को फायदा पहुंचा सकती है जबकि भारी बारिश किसानों के लिए चिंता का कारण हो सकती है।
Image credit: Indusage
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।