अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण पूर्वी अरब सागर में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा तथा उसके प्रभाव से एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा तथा मध्यपूर्व अरब सागर तक पहुंचेगा। इस दबाव के क्षेत्र से एक निम्न दबाव की रेखा उत्तर पूर्वी अरब सागर होते हुए गुजरात के पश्चिमी भागों तक विकसित हो सकती है।
29 नवंबर से महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में हल्की बारिश शुरू हो सकती है तथा 30 नवंबर तक बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है। उस समय सांगली, सतारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, मुंबई, पुणे, नासिक तथा जलगांव आदि जिलों में बारिश संभव है।
नवंबर से 1 दिसंबर के बीच गुजरात के दक्षिणी जिलों सहित मध्य प्रदेश के पश्चिम तथा दक्षिण पश्चिमी अभी बारिश संभव है। गुजरात में सूरत, वलसाड, भावनगर, पंचमहल तथा मध्य प्रदेश में धार, खंडवा, खरगोन, बेतूल, इंदौर तथा भोपाल आदि जिले प्रभावित हो सकते हैं।
गुजरात तथा मध्य प्रदेश में होने वाली बारिश की गतिविधियां हल्की ही रहेंगे तथा एक-दो स्थानों पर ऐसा भी संभव है। मुंबई तथा उसके आसपास के इलाकों में भी हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
यह बेमौसम बारिश की गतिविधियां 29 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच हो सकती है उसके बाद इन सभी राज्यों का मौसम एक बार फिर शुष्क हो जाएगा।