उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए वादे और दावे लगातार कर रहे हैं। इस बीच जहां राज्य में चुनावी माहौल गरम है वहीं कल यानि चौथे चरण के मतदान के तापमान में गिरावट के चलते मौसम सुहावना रहने की संभावना है। मतदान प्रतिशत में मौसम भी अहम भूमिका निभाता है। मौसम का परिदृश्य बदल रहा है इसलिए हम उम्मीद कर सकते हैं कि राज्य में कल होने वाले चौथे चरण के लिए भारी संख्या में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए निकलेंगे।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश के अधिकतर भागों में 23 फरवरी को आसमान साफ और मौसम शुष्क होगा। लेकिन उत्तर-पश्चिम से आने वाली ठंडी हवाओं के चलते धूप और गर्मी मतदाताओं को अधिक परेशान नहीं करेगी। लोकतन्त्र में मतदान एक ऐसा अधिकार है जिससे बूते जनता एक ओर जहां अपनी पसंद के नेता और राजनीतिक दल को सत्ता सौंपती है वहीं सत्तासीन बड़े-बड़े राजनीतिक दलों और नेताओं को जनता तथा जन सरोकारों से दूर रहने के चलते एक झटके में सत्ता से दूर कर देती है।
चौथे चरण में उत्तर प्रदेश के 12 जिलों में 53 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। सूखे से सबसे अधिक प्रभावित राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र में इसी चरण में मतदान होना है। राजनीतिक दलों के लिए यही चरण असली परीक्षा होगा क्योंकि बुंदेलखंड की जनता विशेषकर किसान और मजदूर सरकारों की बेरुखी से नाखुश हैं।
बुंदेलखंड के सभी आठों जिलों जालौन, झाँसी, ललितपुर, महोबा, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट और फ़तेहपुर के साथ-साथ काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली और प्रतापगढ़ तथा इलाहाबाद में कल मतदान होगा। इस चरण में 53 विधानसभा सीटों के लिए 680 उम्मीदवार मैदान में। उत्तरी इलाहाबाद सीट से सबसे अधिक 26 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है।
Image credit: The Financial Express
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