उत्तर प्रदेश में पारा गिरने का सिलसिला जारी है। एक ओर जहां दिन का तापमान लंबे समय से सामान्य से नीचे बना रहा वहीं अब उत्तर-पश्चिमी हवाएँ तेज़ होने से न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट हुई है। ठंड की चपेट में आने से उत्तर प्रदेश में कई लोग मारे गए हैं। अब तक इस सीजन में 94 लोगों की मौत का बहाना ठंड बनी है। पिछले 2-3 दिनों से उत्तर प्रदेश के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान में कमी आनी शुरू हुई, जो आगे भी जारी रहेगी।
सोमवार को राज्य के शाहजहाँपुर में न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस कम है। इसी तरह से मेरठ, आगरा, बरेली, मुरादाबाद, बहराइच, इलाहाबाद, गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी सहित अनेक स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 6 डिग्री सेल्सियस तक नीचे बना रहा। इस मौसमी परिदृश्य में अगले 2-3 दिनों तक विशेष सुधार की उम्मीद नहीं है क्योंकि इस दौरान उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएँ जारी रहेंगी।
पश्चिमी हवाएँ प्रभावी होने से उत्तर प्रदेश के अधिकतर इलाकों में कोहरा कम हुआ है जिससे दिन में धूप निकलने लगी है और अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। लेकिन जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फ से ढंके पहाड़ों से होकर आ रही बर्फीली हवाओं के चलते राज्य के पश्चिम में नजीबाबाद से लेकर पूर्व में वाराणसी तक न्यूनतम तापमान तेज़ी से नीचे गया है जिससे सुबह और रात के समय शीतलहर बढ़ गई है।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राज्य में लोगों को कड़ाके की ठंड से अगले 2-3 दिनों तक राहत मिलने के आसार फिलहाल नहीं हैं। इस दौरान उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलती रहेंगी जिससे कुछ स्थानों पर पाला पड़ने की भी संभावना है। सुबह और रात के समय राज्य के उत्तरी भागों में घना कोहरा छाया रहेगा जबकि दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में कोहरे में कमी रहेगी और हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिलेगा। इन भागों में कोहरा जल्दी ही छंट जाएगा।
कोहरे में कमी के चलते आगरा, बांदा, इलाहाबाद जैसे दक्षिणी जिलों में अधिकतम तापमान में सुधार होगा लेकिन मेरठ, बरेली, बहराइच, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, बलिया जैसे उत्तरी जिलों में दिन और रात के तापमान में और गिरावट से स्थिति में जल्द सुधार नहीं होगा बल्कि हाड़ कंपाने वाली सर्दी चुनौती बनी रहेगी।
Image credit: HariBhoomi
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