बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में बीते दो-तीन दिनों के दौरान हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई है। पूर्वी भारत के इन दो राज्यों में इस दौरान आंशिक तौर पर बादल आते-जाते रहे हैं और रुक-रुक कर छिटपुट वर्षा दर्ज की गई है। बात अगर अलग-अलग शहरों की करें तो बीते 24 घंटों में गया, जमशेदपुर, रांची, धनबाद में हल्की बूंदाबांदी हुई है।
पूर्वी भागों में मौसम व्यापक रूप में सक्रिय होने वाला है। अनुमान है कि बिहार और झारखंड के कई इलाकों में तेज बारिश देखने को मिलेगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पूर्वी भारत के भागों पर कई मौसमी सिस्टम विकसित होंगे जिसकी वजह से पूर्वी राज्यों में मौसम बदलेगा। झारखंड में जमशेदपुर, रांची, चाईबासा में वर्षा की तीव्रता अधिक हो सकती है। जबकि दक्षिणी बिहार में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की वर्षा की संभावना है।
यह भी पढ़ें: दिल्ली में जल्द बदलेगा मौसम; 5 और 6 मार्च को दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के साथ ओले गिरने की आशंका
बारिश की गतिविधियां 5 मार्च की रात से तेज़ हो जाएंगी। बारिश 6 और 7 मार्च को अपने चरम पर होगी। इस दौरान बिहार और झारखंड के अधिकांश इलाकों में बादलों की गर्जना के साथ वर्षा देखने को मिल सकती है। इन दोनों राज्यों में बिजली गिरने, हवाएं चलने, और बादलों की गर्जना होने की आशंका है।
English Version: Jharkhand and Bihar to continue seeing rains, lightning and hailstorm likely
झारखंड और बिहार 7 मार्च की दोपहर बाद बारिश कम हो जाएगी खासतौर पर में हालांकि इस दौरान भी झारखंड और बिहार की भूमिका भागों में हल्की वर्षा जारी रहेगी और 8 मार्च से दोनों राज्यों में मौसम शुष्क हो जाएगा। बारिश के दौरान बिहार और झारखंड में कई जगहों पर दिन के तापमान में व्यापक गिरावट होगी और यह सामान्य से नीचे रिकॉर्ड किया जाएगा।
स्काईमेट के कृषि विशेषज्ञ के अनुसार इस समय बिहार और झारखंड में अनेक रबी फसलें परिपक्व होने की अवस्था में हैं। ऐसे में तूफानी हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि जैसी मौसमी गतिविधियां फसलों के लिए काफी नुकसानदायक सिद्ध हो सकती हैं।
गौरतलब है कि प्री-मॉनसून सीजन की यह पहली अच्छी बारिश होगी। यह भी बता दें कि प्री-मॉनसून सीजन में बिहार और झारखंड में बिजली गिरने से जान और माल के नुकसान की आशंका रहती है। इसलिए स्काइमेट का सुझाव है कि एहतियात बरतें और मौसम खराब होने पर घरों से बाहर ना निकलें। जानवरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें।
Image credit: The Financial Express
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।